बिहार विधानसभाः कहां से चुनाव लड़ेंगे प्रशांत किशोर?, आखिरकार किया खुलासा, जानिए सीट समीकरण
By एस पी सिन्हा | Updated: September 3, 2025 15:38 IST2025-09-03T15:34:58+5:302025-09-03T15:38:08+5:30
जन सुराज ने प्रशांत किशोर ने पहले ही इस सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है।

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पटनाः बिहार में चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने विधानसभा चुनाव को लेकर कहा है कि वे इस बार रोहतास जिले के करगहर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरेंगे। पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने इस बात का खुलासा किया। दरअसल, जब उनसे पूछा गया कि वो किस सीट से चुनाव लड़ेंगे तो उन्होंने कहा कि सभी लोगों को कहता हूं दो जगहों से लड़ना चाहिए। एक कर्म भूमि और दूसरी जन्म भूमि। अगर जन्म भूमि की बात करें को करहगर मेरी जन्म भूमि है और मैं वहीं से चुनाव लड़ना चाहूंगा। बता दें कि करगहर विधानसभा सीट ब्राह्मण बहुल सीट है। 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में करगहर सीट पर कांग्रेस के संतोष मिश्रा ने जीत हासिल की थी। वहीं जदयू के वशिष्ठ सिंह दूसरे नंबर पर रहे थे। इस बार इस सीट से जदयू के टिकट पर दिनेश राय के भी चुनाव लड़ने की चर्चा है।
वहीं इस सीट के भोजपुरी गायक रितेश पांडेय भी चुनाव लड़ना चाह रहे थे। लेकिन, जन सुराज ने प्रशांत किशोर ने पहले ही इस सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। पीके ने कहा कि हमने लंबे समय से बिहार की राजनीति को करीब से देखा है। अब बदलाव की जरूरत है और इसकी शुरुआत करगहर से होगी। जनता से जो वादा किया है, उसे पूरा करने के लिए मैं राजनीति में आया हूं।”
उल्लेखनीय है करगहर विधानसभा सीट हमेशा से राजनीतिक दृष्टि से अहम मानी जाती है। यहां जातीय समीकरण और स्थानीय मुद्दे जीत-हार तय करते हैं। इस बार प्रशांत किशोर के मैदान में उतरने से मुकाबला और दिलचस्प हो गया है। इस सीट पर बात करें तो 2020 विधानसभा चुनाव के अनुसार कुल मतदाता की संख्या 324906 थी और 2020 विधानसभा चुनाव में मतदान 59.85 फीसदी हुआ था।
वहीं, प्रशांत किशोर के मैदान में उतरने के बाद विपक्ष और सत्तापक्ष दोनों में खलबली मच गई है। एक तरफ जहां उनके समर्थक इसे “नई राजनीति की शुरुआत” बता रहे हैं, वहीं विरोधी दल इस पर चुटकी ले रहे हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशांत किशोर के करगहर सीट से चुनाव लड़ने की बात होती तो इस सीट पर कौन-कौन से सियासी समीकरण बनते हैं। प्रशांत किशोर ने पिछले दो सालों से पूरे बिहार में जन सुराज यात्रा के ज़रिए लगातार जनता से जुड़ने का अभियान चलाया है।
वे लगातार मौजूदा राजनीतिक दलों पर आरोप लगाते रहे हैं कि पिछले तीन दशकों में बिहार की हालत सुधरी नहीं है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर प्रशांत किशोर का करगहर से चुनाव लड़ने का फैसला होता है तो बिहार की राजनीति में नया समीकरण बना सकता है। यह सीट फिलहाल महागठबंधन के कब्जे में है और यहां से मुकाबला कड़ा होने की उम्मीद है।