तेजस्वी इस काबिल नहीं, मैं बनूंगा मुख्यमंत्री?, लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने किया ऐलान, कहा- लाइन से भटक गया छोटा भाई
By एस पी सिन्हा | Updated: August 20, 2025 16:05 IST2025-08-20T16:04:34+5:302025-08-20T16:05:27+5:30
तेजप्रताप यादव अब तेजस्वी यादव और लालू यादव के करीबी विधायकों के लिए मुसीबत बने हुए हैं।

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पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। इसी क्रम में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने पार्टी और परिवार से निकाले जाने के बाद अब अपनी दम पर बिहार के सियासी रण में कूदने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने 'टीम तेज प्रताप' के नाम से एक संगठन बनाया है और अपने उम्मीदवार भी उतारने शुरू कर दिए हैं। सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि लालू यादव जहां अभी भी अपने छोटे बेटे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की ख्वाहिश रखते हैं। वहीं पहली बार तेज प्रताप यादव ने मुख्यमंत्री पद पर अपनी दावेदारी ठोक दी है।
इतना ही नहीं तेज प्रताप ने अब तेजस्वी को इस काबिल नहीं बताया। इस तरह तेजप्रताप यादव अब तेजस्वी यादव और लालू यादव के करीबी विधायकों के लिए मुसीबत बने हुए हैं। इसी कड़ी में उन्होंने मनेर विधानसभा क्षेत्र से रोड शो किया। रोड शो के दौरान हजारों की संख्या में समर्थकों ने जगह-जगह उनका स्वागत किया। तेज प्रताप के मुताबिक, तेजस्वी अब लाइन से भटक चुके हैं।
और अब वह मुख्यमंत्री बनकर अपने पिता लालू प्रसाद यादव की तरह बिहार की जनता के लिए काम करेंगे। जब मीडिया ने उनसे पूछा कि क्या वे खुद को मुख्यमंत्री की दौड़ में देखते हैं, तो तेज प्रताप ने तंज कसते हुए कहा कि आप ही मुख्यमंत्री बन जाइए। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता जनता की सेवा और युवाओं को रोजगार दिलाना है।
तेज प्रताप ने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव की “मतदाता बचाओ अभियान” को लेकर कहा कि हर कोई अपने तरीके से जनता को जोड़ने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने दावा किया कि विरोधी उनकी बढ़ती लोकप्रियता से बौखलाए हुए हैं। तेज प्रताप यादव ने यादवों का गढ़ कहे जाने वाले मनेर विधानसभा क्षेत्र मे रोड शो करते हुए राजद के स्थानीय विधायक भाई बीरेंद्र पर जोरदार हमला किया।
उन्होंने बिना नाम लिए बगैर ही भाई वीरेंद्र पर टिप्पणी की और अपने संबोधन में उन्हें ‘बैलवा’ कह दिया। तेज प्रताप यादव ने यहां तक कह दिया कि बैलवा हमको संगठन से बाहर करवाया है। तेज प्रताप यादव ने यहां लोगों के बीच कहा कि ‘बैलवा बेलगाम घूम रहा है। उसको आप लोग नाथने का काम कीजिए।
जैसे कृष्ण भगवान ने कालिया नाग को नाथा था, उसी तरह से मनेर की महान जनता बैलवा को नाथने का काम करेगी। बैलवा हमको संगठन से बाहर करवा दिया। हमको संगठन से तुम बाहर करवा सकता है, लेकिन जनता के दिल से नहीं निकाल सकते। बता दें कि अभी कुछ दिनों पहले जब राजद विधायक भाई बीरेंद्र और मनेर के एक पंचायत सचिव के बीच बातचीत का ऑडियो सामने आया था।
तब उस वक्त भी तेज प्रताप यादव ने भाई वीरेंद्र को घेरा था। तेज प्रताप यादव ने अपने एक्स अकाउंट पर कार्टून शेयर कर पूछा था कि क्या राजद अपने विधायक भाई बीरेंद्र पर भी कार्रवाई करेगी, जिन्होंने बाबा साहेब आंबेडकर के आदर्शों के उल्टे एससी-एससटी समाज के खिलाफ शर्मनाक टिप्पणी की, जान से मारने की धमकी दी। मुझे तो जयचंदों की साज़िश के तहत पार्टी से बाहर कर दिया गया।
अब देखना है कि बवाल करने वालों पर भी पार्टी उतनी ही सख्ती दिखाएगी या नहीं? संविधान का सम्मान भाषणों में नहीं, आचरण में दिखना चाहिए। उल्लेखनीय है कि तेज प्रताप अभी तक अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की बात कहते थे और खुद को कृष्ण की भूमिका में रखते थे।
ऐसे में माना जा रहा है कि तेज प्रताप इसी संगठन को राजनीतिक पार्टी के तौर पर स्थापित करेंगे। उन्होंने अब 'टीम तेज प्रताप' के नए कार्यालय का उद्घाटन भी कर दिया है। पटना के दानापुर में संगठन का नया कार्यालय खोला गया है। इसकी जानकारी तेज प्रताप यादव ने खुद मीडिया को दी है।
'टीम तेज प्रताप' के नए कार्यालय का उद्घाटन के बाद तेज प्रताप यादव ने मीडिया से कहा कि अभी उनका पूरा ध्यान संगठन को मजबूत करने पर है। उन्होंने कहा कि इस वक्त वह चुनावी समीकरण या सीटों की संख्या पर कोई विचार नहीं कर रहे हैं, बल्कि जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुनना और उन्हें हल करने की दिशा में काम करना उनकी प्राथमिकता है। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि वे कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, तो उन्होंने कहा कि अभी इस बारे में नहीं सोचा है।