Bihar Polls 2025: भाजपा सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने पीके को बताया 'ठगी की दुनिया में प्रचलित नटवरलाल का दादा', कहा- आंध्र प्रदेश के सांसद ने 14 करोड़ रुपए का चंदा दिया
By एस पी सिन्हा | Updated: September 20, 2025 17:01 IST2025-09-20T17:00:57+5:302025-09-20T17:01:08+5:30
बेतिया से भाजपा सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने जन सुराज पार्टी और उसके प्रमुख प्रशांत किशोर पर बड़ा हमला बोला है। संजय जायसवाल ने प्रशांत किशोर को ठगी की दुनिया में प्रचलित नटवरलाल का दादा करार दिया है।

Bihar Polls 2025: भाजपा सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने पीके को बताया 'ठगी की दुनिया में प्रचलित नटवरलाल का दादा', कहा- आंध्र प्रदेश के सांसद ने 14 करोड़ रुपए का चंदा दिया
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान होने से पहले सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है। सभी पार्टियों के द्वारा एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज कर दिया गया है। इसी कड़ी में बेतिया से भाजपा सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने जन सुराज पार्टी और उसके प्रमुख प्रशांत किशोर पर बड़ा हमला बोला है। संजय जायसवाल ने प्रशांत किशोर को ठगी की दुनिया में प्रचलित नटवरलाल का दादा करार दिया है। उन्होंने पीके पर बड़ा आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी को आंध्र प्रदेश के सांसद ने 14 करोड़ रुपए का चंदा दिया था। लेकिन उनके ऑडिट रिपोर्ट खर्चा केवल 35 हजार रुपए दिखाया गया है। संजय जायसवाल ने जनसुराज के ऑडिट रिपोर्ट को भी साझा किया है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर कहा कि ठगी की दुनिया में बिहार की पहचान नटवरलाल से थी। प्रशांत किशोर ठगने में इसका दादा है क्योंकि नटवरलाल ने सामान्य मनुष्यों को ठगा किंतु पीके वह हस्ती है जो बिहार के बुद्धिजीवियों को ठगता है । मैंने सात सवाल अभी तक पूछा है । उसमें से एक सवाल पत्रकार ने गलती से प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछ लिया तो संघी से लेकर प्रशांत महासागर में डूबाने तक की धमकी मिल गई।
संजय जायसवाल ने आगे लिखा कि चलिए एक पत्रकार के जवाब में प्रशांत किशोर ने यह तो बताया कि आंध्र प्रदेश के सांसद ने 14 करोड़ रुपए चंदा दिया। परंतु यह चंदा घाटे में डूबी कंपनी से क्यों दिलवाया इसका जवाब कोई पत्रकार कृपया खोज लीजिए। पत्रकारों से मेरा अनुरोध होगा कि जन सुराज पार्टी जो प्रशांत किशोर की नाजायज उत्पत्ति है और मेरे 2022 के सबूत देने के पश्चात एक बार चुनाव आयोग की वेबसाइट पर चले जाएं? उन्होंने आगे लिखा कि खैर मैं ही चुनाव आयोग की वेबसाइट से जनसुरज का ऑडिट रिपोर्ट जारी कर रहा हूं।
पीके ने स्वीकार किया कि एक कंपनी से 14 करोड़ रुपए चंदा उसे मिला है फिर 2023-24 में चुनाव आयोग को जन सुराज पार्टी का खर्चा 35 हजार रुपए क्यों दिखाया है? जी हां 2023-24 में जो 200 गाड़ियां चल रही थीं, फाइव स्टार टेंट और खाने की व्यवस्था थी। हर जिले में 10 से ज्यादा कर्मचारी बहाल थे, जिनका काम नेताओं को धमकाना था कि किस तरह से नेतागिरी करनी है, उन सबका खर्चा महज 35000 रुपए है।
संजय जायसवाल ने आगे कहा कि "यह भी देख लीजिए कि 17 सितंबर 2024 को भी जन सुराज पार्टी का अध्यक्ष सरत कुमार मिश्रा ही था। यह चुनाव आयोग का वेबसाइट कहता है। हर पेज में उसके और कोषाध्यक्ष अजीत सिंह के दस्तखत मौजूद हैं। फिर 2 अक्टूबर 2024 को गांधी मैदान में जन सुराज पार्टी की उत्पत्ति कैसे हुई? सरत कुमार मिश्रा महज 15 दिनों में कैसे हट गये और उदय सिंह जी कैसे अध्यक्ष हो गए? मैं इसीलिए कहता हूं कि प्रशांत किशोर अपना करोड़पति बनने का फार्मूला बिहार के युवाओं को दे देता तो सबसे बड़ा बदलाव यात्रा यही होता।