Bihar Politics News: वीणा सिंह, राजेश वर्मा और शांभवी चौधरी देंगे झटका!, मुसीबत में केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान, लोकसभा सदस्यता भी जा सकती?
By एस पी सिन्हा | Updated: September 2, 2024 17:24 IST2024-09-02T17:23:12+5:302024-09-02T17:24:08+5:30
Bihar Politics News: राजद विधायक मुकेश रौशन दावा कर रहे हैं कि वीणा सिंह, राजेश वर्मा और शांभवी चौधरी चिराग पासवान को झटका देंगे।

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Bihar Politics News: लोजपा (रामविलास) में टूट के कयासों से बिहार में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। हालांकि लोजपा(रा) के पांचों सांसदों ने एक के बाद एक वीडियो जारी कर टूट के दावे को खारिज करने का प्रयास किया है। बावजूद इसके राजद विधायक मुकेश रौशन यह कहकर सियासी पारा को और गर्मा दे रहे हैं कि लोजपा(रा) के तीन सांसद भाजपा में शामिल हो सकते हैं। राजद विधायक ने कहा कि चिराग पासवान जब-जब आंख दिखाते हैं, उनका इलाज शुरू हो जाता है। बता दें कि लोजपा(रा) के पांच सांसद हैं। जिसमें खुद चिराग पासवान, उनके जीजा अरुण भारती के अलावे वीणा सिंह, राजेश वर्मा और शांभवी चौधरी हैं। मुकेश रौशन दावा कर रहे हैं की तीन सांसद पार्टी छोड़ सकते हैं। इसमें वीणा सिंह, राजेश वर्मा और शांभवी चौधरी के नामों की चर्चा शुरू की गई है।
इसबीच एनडीए में अलग-अलग पड़े चिराग पासवान के चाचा एवं रालोजपा प्रमुख पशुपति कुमार पारस को भाजपा ने भाव देना शुरू कर दिया है। पारस से बिहार प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल उनसे उनके कार्यालय में जाकर मिले थे। इसके तुरंत बाद पारस को अमित शाह का दिल्ली से बुलावा आ गया था। पारस ने अपने दूसरे भतीजे पूर्व सांसद प्रिंस राज के साथ अमित शाह से मुलाकात की थी।
इसके साथ ही यह अफवाह उड़ी कि लोजपा(रा) के तीन सांसद चिराग का साथ छोड़ सकते हैं। इसके बाद चिराग पासवान गृहमंत्री अमित शाह से मिलने उनके घर पहुंच गए। इसके बाद चिराग पासवान जब पटना आए तो उनका सुर बदल गया था। वे उन मुद्दों पर मोदी के साथ दिखे, जिनकी उन्होंने विपक्षी सुर में सुर मिला कर आलोचना की थी।
इस बीच चिराग पासवान की मुश्किलें तब और बढ़ती दिख रही हैं, जब एक व्यक्ति ने सुप्रीम कोर्ट में एक ऐसी याचिका लगा दी है, जो उनके राजनीतिक करियर को बर्बाद करने के लिए काफी होगा। चुनावी हलफनामे में गलत जानकारी देने और जानकारी छिपाने का उन पर आरोप है।
याचिका में चिराग पर अपने खिलाफ दर्ज दुष्कर्म का केस, जमीन और पढ़ाई संबंधी ब्योरे छिपाने या गलत जानकारी देने की बात है। अगर ये बातें सच पाई गईं तो चिराग की लोकसभा सदस्यता भी जा सकती है। ऐसे में सियासी गलियारे में अब चिराग पासवान के भविष्य को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।