Bihar Politics News: नीतीश से मिलने पहुंचे लालू-तेजस्वी, बिहार में खेला होबे!, पटना में जदयू विधायकों को रोका
By एस पी सिन्हा | Published: January 19, 2024 02:54 PM2024-01-19T14:54:49+5:302024-01-19T14:55:41+5:30
Bihar Politics News: मकर संक्रांति के मौके पर नीतीश कुमार राबड़ी आवास गए थे। महज 10 मिनट तक ही रुके थे और सहज भी नजर नहीं आए थे, जितना वो आमतौर पर दिखते हैं।
पटनाः बिहार में पिछले कुछ दिनों से जारी राजनीतिक गतिविधियों और बयानबाजियों को देखने के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि राजद और जदयू में तालमेल बिगड़ने की स्थिति बन गई है। दोनों दलों के संबंध असामान्य होने की चर्चा के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू यादव की मुलाकात ने फिर राजनीतिक गर्माहट ला दी है।
इससे पहले मकर संक्रांति के मौके पर नीतीश कुमार राबड़ी आवास गए थे। लेकिन, नीतीश कुमार यहां महज 10 मिनट तक ही रुके थे और इस दौरान वो उतने सहज भी नजर नहीं आए थे, जितना वो आमतौर पर दिखते हैं। इसबीच शुक्रवार की सुबह करीब 11 बजकर 15 मिनट पर लालू यादव और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के लिए मुख्यमंत्री आवास पहुंचे।
वहीं, लगभग 45 मिनट की इस मुलाकात के बाद जब लालू और तेजस्वी बाहर निकले तो इस मुलाकात को एक सामान्य मुलाकात कहा। तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन में सब कुछ ठीक है। हम लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में मिलकर चुनाव लड़ेंगे। बिहार में भाजपा का सूपड़ा साफ होगा। उन्होंने कहा कि हम लोग सरकार में है।
सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। वह बिहार के मुख्यमंत्री हैं। हम उपमुख्यमंत्री हैं। ऐसे में हम लोगों का लगातार मिलना रहता है। उन्होंने साफ कर दिया कि जदयू और राजद में कोई मतभेद नहीं है। नीतीश कुमार के महागठबंधन से अलग होने की खबरों का खंडन करते हुए उन्होंने इसे बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर किसी तरह का कोई विवाद नहीं है।
वहीं, माना जा रहा है कि लालू यादव और तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मनाने और सीट शेयरिंग के मुद्दे पर बातचीत करने पहुंचे थे। इधर, कहा जा रहा है कि सीट बंटवारे को लेकर लालू का फॉर्मूला नीतीश को पसंद नहीं आ रहा है और सिटिंग सांसदों की 16 सीटें नहीं छोड़ने की जदयू की जिद राजद को नहीं पच रही है।
यही कारण है कि लालू यादव कह रहे हैं कि सीट बंटवारे को लेकर जल्दी नहीं है, जबकि जदयू के नेता जल्द सीट बंटवारे को लेकर मोर्चा खोले हुए हैं। इस बीच चर्चा है कि जदयू के सभी विधायकों को पटना में ही रहने के निर्देश दिए गए हैं। सभी विधायकों से कहा गया है कि अगले आदेश तक वे पटना न छोड़ें।
उधर, आज ही भाजपा विधायक दल की बैठक नेता विरोधी दल विजय कुमार सिन्हा के आवास पर हुई। बैठक का कारण तो नही बताया गया, लेकिन भाजपा विधायक दल की हुई अचानक बैठक से सियासत गर्मा गई है। ऐसे में अटकल यह लगाया जाने लगा है कि अगले कुछ दिनों मेंकोई बड़ा राजनीतिक धमाका हो सकता है।
यहां उल्लेखनीय है कि हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू में कहा था कि राजनीति में जो और तो से बात नहीं होती। किसी का प्रस्ताव आता है तो उस पर विचार किया जाएगा। वे नीतीश कुमार और जदयू के एनडीए में शामिल होने को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।
इस तरह भाजपा ने एक खुला संकेत नीतीश कुमार के लिए दे दिया है। ऐसे में पटना जारी राजनीतिक हलचल को इसी नजरिए से देखा जाने लगा है। हालांकि सभी की निगाहें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अगले कदम पर जा टिकी हैं। कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार अगर पलटी मारते हैं तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए।