कोरोना का कहर, लॉकडाउन के दौरान बिहार से सटे सभी राज्य की सीमाएं सील, गाड़ियों के परिचालन पर रोक
By एस पी सिन्हा | Published: July 14, 2020 04:06 PM2020-07-14T16:06:17+5:302020-07-14T16:06:17+5:30
लॉकडाउन के दौरान बिहार से सटे जितने से राज्य है वह सीमाएं सील रहेगी. इस दौरान किसी तरह की एंबुलेंस और जरूरी गाड़ियों को छोड़ गाड़ियों के परिचालन पर रोक रहेगी. कई जिलों में पटना से बसें चल रही थी, लेकिन इस बसों पर रोक रहेगी. क्योंकि इससे संक्रमण तेजी से फैला है.
पटनाः बिहार में कोरोना महामारी के बढते संक्रमण के बीच नीतीश सरकार ने राज्य में एक बार फिर से लॉकडाउन करने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कोरोना को लेकर बैठक की, इसके बाद कोरोना संक्रमण की तेजी के मद्देनजर अब 16 जुलाई से लेकर 31 जुलाई तक पूर्ण लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है. सोमवार को ही इस बात की उम्मीद जताई थी कि बिहार में लॉकडाउन किया जा सकता है और अब सरकार ने इस संबंध में फैसला ले लिया है.
उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार सरकार ने 16 से 31 जुलाई तक प्रदेश में पूर्ण लॉकडाउन का निर्णय लिया है. लॉकडाउन के दौरान बिहार से सटे जितने से राज्य है वह सीमाएं सील रहेगी. इस दौरान किसी तरह की एंबुलेंस और जरूरी गाड़ियों को छोड़ गाड़ियों के परिचालन पर रोक रहेगी. कई जिलों में पटना से बसें चल रही थी, लेकिन इस बसों पर रोक रहेगी. क्योंकि इससे संक्रमण तेजी से फैला है.
सरकार ने जो फैसला लिया है लॉकडाउन के दौरान निर्माण कार्य पर रोक नहीं होगी, बाकी सभी सेक्टर में पहले की तरह लॉकडाउन रहेगा. राज्य में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या ने सरकार की चिंता बढ़ा दी थी, क्योंकि कि पिछले कुछ दिनों के रिकार्ड में देखा जाये तो भारी संख्या में कोरोना के मरीज पाए गए हैं.
मुख्यमंत्री आवास से लेकर उप मुख्यमंत्री के आवास तक कोरोना ने दस्तक दे दिया
मुख्यमंत्री आवास से लेकर उप मुख्यमंत्री के आवास तक कोरोना ने दस्तक दे दिया है. इतना ही नहीं भाजपा के प्रदेश दफ्तर के 75 नेता और कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाई गए हैं. ऐसे में राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए फिर से लॉकडाउन किया गया है.
यहां बता दें राज्य में पिछले कुछ दिनों में कोरोना के मामले राज्य स्तर पर तेजी से बढे़ हैं. इसे लेकर प्रशासन से लेकर सरकार बेहद चिंतित है. अथक प्रयासों के बाद भी संक्रमण को रोकने में स्वास्थ्य विभाग नाकाम है, ऐसी स्थिति में लॉकडाउन ही एकमात्र उपाय है .
राज्य के मुख्य सचिव दीपक कुमार के अनुसार बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने राज्य में पूर्ण लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है. आज मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में इस मामले पर अंतिम फैसला लिया गया. जिसके तहत पूरे राज्य में लॉकडाउन लगाया जायेगा.
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में पहली बार राज्य सरकार ने 23 मार्च की रात से लॉक डाउन लगाया था. इसके बाद केंद्र सरकार ने राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी. दो- दो बार लॉकडाउन बढ़ाया गया, अब तीसरी बार लॉकडाउन की तैयारी है.
जून महीने में जहां एक दिन में पॉजिटिव केस मिलने की रफ्तार 200 से 250 थी, वहीं अब वह एक हजार से ऊपर हो गई है. अब रोज 1100 से 1200 केस सामने आ रहे हैं. लगातार बढते मामलों को देखते हुए 7 जुलाई को मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कई जिले के डीएम के साथ वीडियो कांफ्रेंस से बैठक की थी. उस बैठक के बाद 11 जिलों में लॉकडाउन लगाया गया है. आज पूरे राज्य में लॉक डाउन का ऐलान कर दिया गया है.