बिहार में अधिकारियों से ज्यादा संपत्ति उनकी पत्नियों के पास, कुछ हैं करोडों के मालिक तो कुछ पिस्टल रखने के शौकीन
By एस पी सिन्हा | Updated: April 1, 2022 22:14 IST2022-04-01T22:11:11+5:302022-04-01T22:14:54+5:30
बिहार में सरकारी विभागों के पदाधिकारियों और कर्मचारियों की चल-अचल संपत्ति का ब्योरा सामने आया है. इसके अनुसार सूबे डीजीपी एसके सिंघल ने बैंक से एक करोड़ 36 लाख का कर्ज है. इसके अलावा कई और अधिकारियों की संपत्ति की जानकारी भी सामने आई है.

बिहार में अधिकारियों की संपत्ति के ब्योरे हुए सार्वजनिक (प्रतीकात्मक तस्वीर)
पटना: बिहार सरकार ने सभी सरकारी विभागों के पदाधिकारियों और कर्मचारियों की चल-अचल संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक कर दिया है. ब्योरे के अनुसार कई अधिकारियों के पास विभिन्न राज्यों में मकान-जमीन हैं तो कुछ के पास अपना वाहन नहीं है. कुछ करोड़ों के कर्जदार हैं तो कुछ करोड़ों के मालिक. कुछ पिस्टल रखने के शौकीन हैं तो कुछ खेती करने के, कई अधिकारी की पत्नियों के पास उनके पति से ज्यादा संपत्ति है.
वेबसाइट पर दिये गये ब्योरे के मुताबिक, कई अधिकारी ऐसे हैं, जिनके पास संपत्ति के नाम पर कुछ खास नहीं है. वहीं, कई ऐसे भी हैं जिनके कैश में कमी आई है. वहीं, कोई अधिकारी प्लॉट और फ्लैट के शौकीन हैं.
मुख्य सचिव आमिर सुबहानी के पास मारूति 800 कार
ब्योरे के अनुसार बिहार राज्य के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी के पास एक मारूति 800 आल्टो कार है और इनके पास नकद के रूप में मात्र 32850 रुपये हैं. मुख्य सचिव के पास संपत्ति के नाम पर दो रेफ्रिजरेटर, दो डेढ टन के एसी के अलावा सीवान के बहुआरा में गांव में कृषि योग्य एक बीघा जमीन भी है.
आमिर सुबहानी ने मोहल्ला शाहगंज पटना में 1.75 कट्ठा का प्लाट भी खरीदा है. 1998 में सरकार से ऋण लेकर मुख्य सचिव ने बेली रोड के अमरावती अपार्टमेंट में 1425 वर्ग फीट में एक फ्लैट भी लिया है. कंकडबाग में भी चार हजार वर्ग मीटर की एक जमीन है.
भागलपुर के जिलाधिकारी की संपत्ति में 50 हजार की बढ़ोतरी
भागलपुर के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के पास 2,57,000 कैश और अकाउंट में डिपॉजिट है. इसमें पिछले साल के मुकाबले 50 हजार रुपये की बढोतरी हुई है. वहीं, डीएम सुब्रत कुमार सेन की पत्नी सुचिस्मिता कनाउंग के पास 4,07,000 रुपये हैं. मालूम हो कि जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की पत्नी सेंट्रल सर्विस ऑफिसर हैं.
वहीं, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार के हांथ में 10 हजार रुपये नकद है. एसबीआई के बचत खाते में 2.62 लाख है जबकि 10 लाख पीपीएफ में हैं. इनके पास कोई वाहन नहीं है. यूपी के उन्नाव में 2.76 एकड खेती की जमीन है, जो विरासत में मिली है और परिवार के साझे में है. बेंगलुरू में पति-पत्नी के नाम फ्लैट है. इसकी कीमत 91 लाख है. इन्होंने 72.80 लाख लोन लिया है. 50 ग्राम सोना व 20 ग्राम चांदी है.
डीजीपी एसके सिंघल पर एक करोड़ से अधिक का कर्ज
सूबे डीजीपी एसके सिंघल ने बैंक से एक करोड़ 36 लाख का कर्ज लिया है. एक करोड 16 लाख के तीन होम लोन हैं. बेटे की मेडिकल की पढाई के लिए 20 लाख का एजुकेशन लोन लिया गया है. डीजीपी के पास कृषि भूमि या कार नहीं है. उनका गुरुग्राम में 300 वर्गमीटर का प्लाट है, कीमत दो करोड़ तीन लाख है. पत्नी के पास द्वारका के मॉल में दुकान, नई दिल्ली में फ्लैट और नोएडा व गुरुग्राम में व्यावसायिक जगह ली गई है.
प्रत्यय अमृत के पास केवल 12 हजार रुपये नकद
स्वास्थ्य एवं पथ निर्माण विभाग के चर्चित अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के पास मात्र 12 हजार रुपये नकद हैं. वहीं, 14 लाख रुपये से अधिक विभिन्न बैंकों में जमा हैं. जबकि, उनकी पत्नी के दो बैंक खातों में 73.34 लाख रुपए जमा है. इसके अलावा गुरुग्राम और नोएडा में एक-एक फ्लैट भी है. वहीं, हाउसिंग लोन के 16.64 लाख और शिक्षा ऋण के 74.74 लाख रुपये बकाया हैं.
उशिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार के पास अपना कोई वाहन नहीं है और न ही बांड या पॉलिसी है. उनके बैंक खातों में 62 लाख और पत्नी के बैंक खातों में 4 लाख रुपये नकद हैं. पत्नी के खाते में 70 लाख की एफडी है. इनका परिवार भी जेवरात का शौकीन है. पत्नी, खुद और बेटे के पास मिलाकर करीब 1600 ग्राम के जेवरात हैं.
इसके अलावा गाजियाबाद में 44 लाख का एक फ्लैट, रांची के आईएएस कोऑपरेटिव में दो प्लॉट, पैतृक गांव रोहतास जिले के लहेरी मौजा में 12 बीघा खेती की जमीन है.