बिहारः छठ घाटों के निरीक्षण के दौरान जेपी सेतु के खंभे से टकराई नीतीश कुमार की नाव, बाल-बाल बचे
By अनिल शर्मा | Updated: October 15, 2022 15:33 IST2022-10-15T15:20:35+5:302022-10-15T15:33:37+5:30
नाव पर नीतीश कुमार के साथ जल संसाधन मंत्री संजय झा समेत कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। मालूम हो कि बीते दिनों बेमौसम बारिश की वजह से गंगा नदी का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है। नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

बिहारः छठ घाटों के निरीक्षण के दौरान जेपी सेतु के खंभे से टकराई नीतीश कुमार की नाव, बाल-बाल बचे
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाव उस वक्त दुर्घटना का शिकार होते-होते बच गया जब वह गंगा नदी के किनारे छठ घाटों का निरीक्षण कर रहे थे। निरीक्षण के दौरान नीतीश कुमार की नाव जेपी सेतु के एक खंभे से टकरा गई जिसमें वह बाल-बाल बच गए। मुख्यमंत्री सहित नाव में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं।
गौरतलब है कि छठ पूजाबिहार में सबसे बड़े त्योहार के रूप में मनाया जाता है। नीतीश कुमार छठ पूजा के लिए बनाए घाटों का शनिवार निरीक्षण कर रहे थे। वह छठ घाटों पर हो रही साफ सफाई का जायजा लेने गए थे लेकिन इसी दौरान तेज हवा के चलते नाव का संतुलन बिगड़ गया जिससे नाव पिलर से जा टकराई।
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नाव गंगा नदी के किनारे स्थित छठ घाट के निरीक्षण के दौरान जेपी सेतु के एक खंभे से टकरा गई। मुख्यमंत्री सहित नाव में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं। pic.twitter.com/uVZjvvhVE3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 15, 2022
नाव पर नीतीश कुमार के साथ जल संसाधन मंत्री संजय झा समेत कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। मालूम हो कि बीते दिनों बेमौसम बारिश की वजह से गंगा नदी का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है। नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। एहतिहात के तौर पर मुख्यमंत्री के साथ गोताखोर की टीम भी चल रही थी। वहीं उनकी नाव के आगे-पीछे कई छोटी बोट भी थे जिसपर सुरक्षा बल मौजूद थे।
छठ पूजा की शुरुआत 28 अक्तूबर को नहाय खाय के साथ हो रही है। 29 अक्तूबर को खरना और 30 अक्तूबर की शाम को सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। फिर 31 की सुबह को उगते सूरज को अर्घ्य के साथ व्रती अपना व्रत तोड़ेंगी।