आज होगा बिहार NDA सीटों का एलान, थोड़ी देर में अमित शाह के घर पहुंचेंगे नीतीश-राम विलास पासवान
By धीरज पाल | Updated: December 23, 2018 12:25 IST2018-12-23T11:36:28+5:302018-12-23T12:25:47+5:30
सूत्रों के मुताबिक रामविलास पासवान की पार्टी को बिहार में 5 लोकसभा सीटों का ऑफर दिया जा सकता है। वहीं, भाजपा और जदयू 18-17 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।

आज होगा बिहार NDA सीटों का एलान, थोड़ी देर में अमित शाह के घर पहुंचेंगे नीतीश-राम विलास पासवान
बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में लोकसभा सीटों के बटवारे को लेकर आज भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के आवास में हुआ। इस बैठक में बिहार में एनडीए सीटों का एलान किया गया।
बैठक में शामिल होने के लिए लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष राम विलास पासवान के बेटे व विधायक चिराग पासवान दिल्ली पहुंच गए हैं। वहीं, दूसरी ओर जनता दल युनाइटेड के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और बिहार के मुख्यमंक्षी नीतीश कुमार बैठक कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें कुछ ही देर में बिहार एनडीए सीट के बटवारें को लेकर कुछ ही देर में बैठक होने वाली है। इस बैठक की अगुवाई अमित शाह करेंगे। मालूम हो कि बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से भारतीय जनता पार्टी (BJP) 18, जनता दल युनाइटेड (JDU) 17 और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) ने पांच सीटों पर दावेदारी पेश की है।
सूत्रों के मुताबिक रामविलास पासवान की पार्टी को बिहार में 5 लोकसभा सीटों का ऑफर दिया जा सकता है। वहीं, भाजपा और जदयू 18-17 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर आज तस्वीर साफ हो सकती है। ऐसा कहा जा रहा है कि भ्रम की स्थिति को दूर करने के लिए भाजपा आज सीट शेयरिंग को लेकर एलान कर सकती है।
इसके अलावा रामविलास पासवान को भाजपा राज्यसभा भेजने पर राजी हो गई है। हाल ही में चिराग पासवान ने ट्वीट किया था और एनडीए से बिछड़ते दलों को लेकर भाजपा को आगाह करवाया था। ऐसा कहा जा रहा था कि रामविलास पासवान सम्मानजनक सीटें नहीं मिलने की स्थिति में महागठबंधन का दामन थाम सकते हैं। ऐसे कयास इसलिए भी लगाए जा रहे थे क्योंकि बीजेपी हाल ही में हिंदी हार्टलैंड के तीन राज्यों में अपनी सत्ता गवा चुकी है।
रामविलास पासवान दलित और पसमांदा मुस्लिम के वोटों के साथ राजनीति करते रहे हैं। लेकिन बदलते राजनीतिक समीकरणों के बीच आज रामविलास पासवान ये दावा नहीं कर सकते कि बिहार में दलितों के वोट पर उनका एकाधिकार है। पसमांदा मुसलमानों के वोट पर नीतीश कुमार कब का कब्जा जमा चुके हैं।
लोजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के साथ मिल कर चुनाव लड़ा था। लोजपा को 7 सीटें दी गई थी, जिसमें 6 सीटों पर उसने दर्ज की थी। रामविलास पासवान को इसी बात का भ्रम हो गया है कि उन्हें 2014 लोकसभा चुनाव में उनके प्रदर्शन को देखते हुए और सीटें मिलनी चाहिए। इस बार उपेन्द्र कुशवाहा के एनडीए छोड़ने के बाद पासवान की पार्टी को 6 सीटें दी जा रही है।