बिहार नगर निकाय चुनावः भाजपा सांसद अजय निषाद की पत्नी रमा और श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम की मां कलावती देवी की हार, जदयू विधान पार्षद सहनी का परिवार भी हारा
By एस पी सिन्हा | Updated: December 21, 2022 20:59 IST2022-12-21T20:54:07+5:302022-12-21T20:59:44+5:30
Bihar Municipal Elections: बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम की मां कलावती देवी निकाय चुनाव हार गई हैं। जदयू विधान पार्षद भीष्म सहनी का परिवार हार गया।

भाजपा सांसद की पत्नी अपनी ही चचेरी एमबीए पास बहू से हार गईं।
पटनाः बिहार में पहले चरण का निकाय चुनाव संपन्न हो गया है और चुनाव में हार-जीत का फैसला भी हो चुका है। इसमें कुछ परिणाम काफी रोचक हैं। पहले चरण के निकाय चुनाव ने कई नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है। मुजफ्फरपुर से भाजपा के सांसद अजय निषाद की पत्नी रमा निषाद को निकाय चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है।
दूसरी तरफ बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम की मां कलावती देवी भी निकाय चुनाव हार गई हैं, इसके साथ ही जदयू विधान पार्षद भीष्म सहनी का परिवार इस चुनाव में हार गया। बगहा में भीष्म सहनी की पत्नी और बहू तीसरे नंबर पर रहीं। भाजपा सांसद की पत्नी अपनी ही चचेरी एमबीए पास बहू से हार गईं।
जबकि मंत्री के भाई लक्ष्मण राम के बेटे अनिल कुमार की पत्नी राजनंदनी मुख्य पार्षद की सीट पर पिछड़ गईं। मुजफ्फरपुर से भाजपा के सांसद अजय निषाद की पत्नी रमा हाजीपुर नगर परिषद से चुनाव मैदान में उतरी थीं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। वार्ड नंबर 1 से जोशना कुमारी ने उन्हें 53 वोट से हरा दिया।
वहीं, श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम की मां कलावती देवी छपरा के दिघवारा नगर पंचायत के वार्ड संख्या 7 से वार्ड पार्षद के तौर पर अपनी किस्मत आजमा रही थीं। मंत्री सुरेंद्र राम की मां कलावती देवी को मुनेश्वर पासवान ने 139 वोट से हरा दिया। कलावती देवी को जहां 238 वोट मिले थे, वहीं मुनेश्वर पासवान 377 वोट पाकर 139 वोट से चुनाव जीत गए।
वहीं मंत्री के भतीजे अनिल कुमार की पत्नी राजनंदनी मुख्य पार्षद की सीट पर पिछड़ गईं। उधर, भोजपुर जिले बिहिया और मुंगेर के तारापुर में एक ही परिवार के 3-3 लोग चुनाव जीत गए। बहरहाल, पहले चरण के चुनावी नतीजों ने अबतक राजनीत के दो बड़े धुरंधरों को धूल चटा दिया है। इस चुनाव में कई दिग्गजों कि प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी, जिसमें अधिकतर को हार का मुंह देखना पड़ा है। इसी कड़ी में हाजीपुर नगर परिषद की पूर्व सभापति किरण देवी की हार हुई है।