Bihar MLC Election 2022: बिहार में सात सीट पर विधान परिषद चुनाव, राजद पर भड़के कांग्रेस और भाकपा-माले, लालू यादव की मुश्किलें बढ़ी, जानें कारण
By एस पी सिन्हा | Published: May 31, 2022 05:01 PM2022-05-31T17:01:05+5:302022-05-31T17:03:22+5:30
Bihar MLC Election 2022: राजद के बिहार अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने मोहम्मद कारी सोहैब, मुन्नी रजक और अशोक कुमार पांडेय के नामों की घोषणा की.
Bihar MLC Election 2022: बिहार विधान परिषद चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है. राजद के द्वारा अपने तीन उम्मीदवारों का ऐलान कर दिये जाने के बाद सहयोगी दल भाकपा-माले और कांग्रेस में नाराजगी देखी जा रही है. इससे राजद की मुश्किलें बढ़ गई है.
चर्चा है कि कांग्रेस और भकपा- माले मिलकर विधान परिषद का चुनाव साथ लड़ सकती है. दोनों के बीच बातचीत चल रही है. राजद के द्वारा अपने तीन सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम की घोषणा किये जाने के बाद उसपर चौतरफा हमला शुरू हो गया है. जहां राजद विरोधियों ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को किनारे लगाने का आरोप लगाया.
वहीं भाकपा- माले राजद पर पूर्व में किए गए वादे से मुकरने की बात कहते हुए नाम पर पुर्नविचार करने की मांग की है. राजद ने इस चुनाव में माले को एक सीट देने का भरोसा दिलाया था, लेकिन माले को ठेंगा दिखा दिया गया. राजद के इस घोषणा को भाकपा-माले ने एकतरफा और दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए किए गये पुराने वादों को याद दिलाया है.
अब राजद के इस फैसले को लेकर कांग्रेस ने भी आपत्ती जाहिर की है. ऐसे में राजद की ओर से नाराज भाकपा- माले को मनाने की कोशिश शुरू हो गई है. राजद ने कहा कि दो साल बाद 2024 के चुनाव में परिषद की पहली सीट माले को दी जाएगी. हालांकि माले इस पेशकश से सहमत नहीं है. वह इसी चुनाव में अपना हिस्सा चाह रही है. दोनों दलों के बीच बातचीत जारी है.
भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि बातचीत की प्रक्रिया जारी ही थी, लेकिन इसी बीच राजद की ओर से एकतरफा प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी गई. जबकि एक सीट पर हमारा लंबे समय से दावा रहा है और राजद भी इसे स्वीकार करता रहा है. माले की बातचीत राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद से हुई है. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को माले ने पत्र भी लिखा है.
माले से जुडे़ सूत्रों ने बताया कि विधानसभा चुनाव के समय ही परिषद की सीट को लेकर सहमति बनी थी. उस चुनाव में माले ने 20 सीटों पर दावा किया था. उसे 19 मिली. कहा गया कि एक सीट की भरपाई 2022 के विधान परिषद चुनाव में हो जाएगी. उसी बातचीत के आधार पर माले ने परिषद की एक सीट पर दावा किया है.
प्रारंभिक बातचीत में राजद राजी हुआ. लेकिन, बाद में मुकर गया. राजद नेतृत्व का कहना था कि राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने अशोक कुमार पांडेय को परिषद में भेजने का वचन दे दिया था. इसलिए माले फिलहाल अपना दावा छोड़ दे. 2024 के परिषद चुनाव में उसे एक सीट दे दी जाएगी.
इसके साथ ही राजद के इस फैसले को लेकर कांग्रेस ने भी आपत्ती जाहिर की है. कांग्रेस विधायक दल के नेता अजित शर्मा ने राजद के फैसले पर ऐतराज जताते हुए कहा कि राजद ने किसी भी सहयोगी दल से बात किए बिना ही उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. राजद को बैठकर बातचीत करनी चाहिए थी.
विधायकों की संख्या बल के अनुसार राजद के पास तीन उम्मीदवारों के लिए वोट नहीं है. एक उम्मीदवार की जीत के लिए 31 वोट चाहिए. मिलजुल कर चुनाव लड़ने के लिए लालू यादव से मैंने बात की थी. अजीत शर्मा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी ऑफर देते हुए कहा कि यदि एनडीए में कंफर्टेबल नहीं है तो आए हमारे साथ.