बिहार में महागठबंधन सरकारः 19 विधायक और मात्र 2 मंत्री पद, कांग्रेस नेता आजाद ने कम हिस्सेदारी पर उठाए सवाल, तारकिशोर ने सीएम नीतीश को घेरा
By सतीश कुमार सिंह | Published: August 18, 2022 05:47 PM2022-08-18T17:47:49+5:302022-08-18T17:48:53+5:30
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बीमा भारती से पार्टी बात करेगी। उन्होंने कहा कि बीमा भारती को भी दो बार वर्ष 2014 और 2019 में मंत्री बनाया गया था।
नई दिेल्लीः बिहार में महागठबंधन सरकार में खींचतान तेज हो गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने सवाल उठाए। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की विधायक बीमा भारती ने मंत्री लेशी सिंह पर हमला तेज कर दिया है। बिहार के विधि मंत्री कार्तिक कुमार पर विपक्ष ने तंज कसना शुरू कर दिया है।
गुलाम नबी आजाद ने बिहार में महागठबंधन सरकार में मंत्री पदों के बंटवारे को लेकर सवाल खड़े करते हुए बुधवार को कहा कि गैर भाजपा दलों का मिलकर सरकार बनाना स्वागत योग्य कदम है, लेकिन कांग्रेस को उचित हिस्सेदारी नहीं मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन में कांग्रेस को छोड़कर अन्य घटक दलों को अच्छी संख्या में मंत्री पद मिले हैं।
राजद के पास 79 विधायक हैं और 17 मंत्री पद
आजाद ने कहा, ‘‘आप देखिए कि राजद के पास 79 विधायक हैं और उसे 17 मंत्री पद मिले हैं और जनता दल (यूनाइटेड) कोटे के 46 विधायक (एक निर्दलीय समेत) हैं और उसे 13 मंत्री पद मिले हैं। हिंदुस्तान अवामी मोर्चा के चार विधायक हैं और उसे एक मंत्री पद मिला है। कांग्रेस के 19 विधायक हैं और उसे सिर्फ दो मंत्री पद मिले हैं।’’
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार के साथ महा गठबंधन में कई दल जुड़े हुए हैं... कांग्रेस भी इस गठबंधन में शामिल है। उनके वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि बिहार के मंत्रिमंडल में कांग्रेस की हिस्सेदारी काफी कम है।
घटक दलों में कितना तनावः भाजपा
भाजपा नेता तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि जब कांग्रेस के इनते बड़े नेता ऐसी बात कर रहे हैं तो आप समझ सकते हैं कि इनके घटक दलों में कितना तनाव है। जब मुद्दाविहीन सरकार का गठन होता है तो इसका भविष्य इसी प्रकार का होता है।
जब कांग्रेस के इनते बड़े नेता ऐसी बात कर रहे हैं तो आप समझ सकते हैं कि इनके घटक दलों में कितना तनाव है। जब मुद्दाविहीन सरकार का गठन होता है तो इसका भविष्य इसी प्रकार का होता है: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता तारकिशोर प्रसाद https://t.co/tLWaITpZH8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 18, 2022
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘विभागों का बंटवारा भी बिना किसी तर्क के किया गया है और ‘यह हैरान करने वाली बात है कि कांग्रेस से किसी ने भी मंत्री पदों को लेकर समुचित हिस्सेदारी के लिए दबाव नहीं बनाया।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कम से कम चार मंत्री पद मिलने चाहिए थे और अगर ऐसा हुआ होता तो पार्टी को समाज के सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देने का मौका मिलता।
उनके अनुसार, उचित हिस्सेदारी नहीं मिलने के कारण कांग्रेस सवर्ण वर्ग से कोई मंत्री नहीं बना सकी। आजाद ने कहा कि मंत्री पदों के बंटवारे के दौरान कांग्रेस को विधानसभा में अपने संख्याबल के आधार पर अपनी हिस्सेदारी की जानकारी होनी चाहिए थी।
उन्होंने कहा '' अगर ऐसा होता तो हमारे चार मंत्री बनते और सवर्ण समुदाय के व्यक्तियों को आसानी से शामिल किया जा सकता था।'' उधर, कांग्रेस के बिहारी प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा है कि पार्टी कोटे से तीन मंत्री होंगे तथा दो मंत्रियों ने शपथ ले ली है और एक मंत्री बाद में शपथ लेगा।
लेशी सिंह तीन बार वर्ष 2013, 2014 और 2019 में मंत्री रह चुकी हैं
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) की विधायक बीमा भारती द्वारा नवठित महागबंधन सरकार में लेशी सिंह को मंत्री बनाए जाने के विरोध में दिए गए बयान पर बृहस्पतिवार को कहा कि लेशी सिंह के साथ कोई दिक्कत नहीं है, उनको मंत्री बनाया जाना ठीक है।
पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान जदयू विधायक बीमा भारती द्वारा लेशी सिंह को मंत्री बनाए जाने के विरोध में दिए गए बयान को लेकर पूछे गए एक प्रश्न पर नीतीश ने कहा कि लेशी सिंह तीन बार वर्ष 2013, 2014 और 2019 में मंत्री रह चुकी हैं और इस बार भी मंत्री बनी हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की बात नहीं बोलनी चाहिए। इसका कोई मतलब नहीं है।