Bihar LS polls 2024: तीसरे चरण पर सभी की नजर, दो फेज में महिला मतदाताओं की भूमिका बेहद अहम, बढ़चढ़कर कर रही हैं मतदान, जानिए आंकड़े
By एस पी सिन्हा | Published: May 1, 2024 02:56 PM2024-05-01T14:56:16+5:302024-05-01T14:58:25+5:30
Bihar LS polls 2024: पहले चरण में बिहार की 4 सीटों (गया, नवादा, जमुई और औरंगाबाद) पर मतदान हुआ था। दूसरे चरण में 5 सीटों (बांका, भागलपुर, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार) में वोटिंग हुई थी।
Bihar LS polls 2024: बिहार में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण को लेकर दोनों गठबंधन के ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। सभी की निगाहें तीसरे चरण में होने वाले मतदान पर जा टिकी है। लेकिन दो चरणों में जिन सीटों पर चुनाव हैं, वहां महिला मतदाताओं की भूमिका बेहद अहम मानी जा रही है। चुनाव के आंकड़े इसका खुलासा कर रहे हैं। चुनाव आयोग के अनुसार बिहार में पहले चरण में 49.26 फीसदी तो दूसरे चरण में 59.45 प्रतिशत मतदान हुआ है। पहले चरण में जहां पुरुष मतदाताओं का पलड़ा भारी रहा, वहीं दूसरे चरण में महिलाओं ने जमकर वोटिंग की। ऐसे में यह अनुमान लगाए जाने लगे हैं कि सत्ता की बागडोर किसके हाथ में होगी, इसमें महिलाएं बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
चुनाव आयोग अनुसार इस चुनाव में महिला मतदाता बढ़-चढ़कर इस चुनाव में हिस्सा ले रही हैं। बता दें कि पहले चरण में बिहार की 4 सीटों (गया, नवादा, जमुई और औरंगाबाद) पर मतदान हुआ था। वहीं दूसरे चरण में 5 सीटों (बांका, भागलपुर, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार) में वोटिंग हुई थी।
बिहार में पहले चरण में पुरुष मतदाता 49.59 फीसदी तो महिला मतदाताओं की संख्या 48.90 फीसदी रही है। जबकि 3.92 फीसदी थर्ड जेंडर के मतदाताओं ने अपना वोट डाला। वहीं दूसरे चरण में पुरुष मतदाता 56.41 फीसदी तो 62.73 फीसदी महिला मतदाताओं ने अपना वोट डाला है। जबकि 1.96 फीसदी थर्ड जेंडर के मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
आयोग के अनुसार गया में 52.76 फीसदी वोटिंग हुई, जिसमें पुरुष मतदाता 53.89 फीसदी, महिला मतदाता 51.55 फीसदी और अन्य मतदाताओं की संख्या 15 फीसदी रही। वहीं, जमुई में 51.25 फीसदी मतदान हुआ। इसमें 50.11 फीसदी पुरुष मतदाता, 52.50 फीसदी महिला मतदाता और 1.96 फीसदी थर्ड जेंडर मतदाताओं ने अपना वोट डाला।
उसी तरह नवादा में 43.17 फीसदी वोटिंग हुई, जिसमें पुरुष मतदाता 43.70 फीसदी, महिला मतदाता 42.61 फीसदी और अन्य की संख्या 2.67 फीसदी रही। वहीं, औरंगाबाद में कुल 50.35 फीसदी वोट पड़े। जिनमें 51.22 फीसदी पुरुष, 49.41 फीसदी महिला और 5.88 फीसदी अन्य ने मतदान किया।
जबकि बांका में 54.48 फीसदी वोटिंग हुई, जिसमें पुरुष मतदाता 51.05 फीसदी, महिला मतदाताओं की संख्या 58.31 फीसदी रही। वहीं, भागलपुर में 53.50 फीसदी मतदान हुआ। यहां 53.11 फीसदी पुरुष मतदाता, 53.93 फीसदी महिला मतदाता और 3.67 फीसदी थर्ड जेंडर मतदाताओं ने अपना वोट डाला।
उधर, पूर्णिया में 63.08 फीसदी वोटिंग हुई, जिसमें पुरुष मतदाता 60.44 फीसदी, महिला मतदाता 65.89 फीसदी और अन्य 1.37 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं, कटिहार में कुल 63.76 फीसदी वोट पड़े। जिनमें 58.87 फीसदी पुरुष और 69.07 फीसदी महिलाओं ने मतदान किया।
जबकि किशनगंज में 62.84 फीसदी वोटिंग हुई, जिसमें पुरुष मतदाता 58.89 फीसदी, महिला मतदाता 67.06 फीसदी और अन्य मतदाताओं की संख्या 1.52 फीसदी रही। इस तरह से दूसरे चरण में महिलाओं ने बढ़चढ़कर मतदान में भाग लिया है। इस बीच 2019 के लोकसभा चुनाव के नतीजे बताते हैं कि महिला मतदाताओं ने एनडीए का भरपूर साथ दिया था।
बिहार की 40 लोक सभा सीटों में से 39 पर एनडीए के उम्मीदवार जीत गए थे। हालांकि उस जीत में प्रधानमंत्री मोदी की भी लोकप्रियता का हाथ था पर बिहार जैसे राज्य में जहां चुनाव मुख्य रूप से जातिगत आधार पर लड़े और जीते जाते हैं, वहां सामाजिक बदलाव का चुनाव पर बड़ा असर पड़े, यह बड़ी बात है।
इस नए बदलाव की वाहक बिहार की महिलाएं थी, जिन्होंने एनडीए के पक्ष में जमकर वोट किया था। ऐसे में जानकारों का मानना है कि 2019 का फार्मूला इस बार भी लागू हुआ तो सत्ता की बागडोर का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।