Bihar LS polls 2024: लोकसभा चुनाव के बीच बिहार प्रदेश कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पटना पहुंचते ही बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता विनोद शर्मा और अरविंद ठाकुर ने कांग्रेस के सभी पदों के साथ-साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया। दोनों नेताओं ने अपना इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेज दिया है। इस दौरान दोनों नेताओं ने पार्टी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। विनोद शर्मा ने कहा कि राष्ट्रहित और राज्यहित में दुखी मन से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बिहार में जंगलराज-2 की शुरुआत के लिए राजद के सामने घुटने टेक दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने लिखा है कि भारत तेरे सौ-सौ टुकड़े होंगे का नारा लगाने वाले के सरगना को दिल्ली से लोकसभा प्रत्याशी बनाया हो।
उसकी मंशा स्पष्ट है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ-साथ पूरे देश में खोटे सिक्के और धनकुबेरों को आगे बढ़ाना चाहती है, जिससे पार्टी पूरी तरह से समाप्त हो रही है। अत: मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से इस्तीफा देता हूं। वहीं, अरविंद कुमार ठाकुर ने भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर, जनसंख्या असंतुलन, सम्पत्ति बंटवारा आदि पर जन भावना के प्रतिकूल सोच एवं समर्पित कार्यकर्ता की उपेक्षा के चलते मैं कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले बिहार कांग्रेस के प्रवक्ता असितनाथ तिवारी ने भी त्यागपत्र दिया था।
कांग्रेस मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी पर साधा निशाना, कहा-वे हिन्दू-मुस्लिम को आपस में बांटना चाहते हैं
लोकसभा चुनाव में चौथे चरण के लिए चुनाव प्रचार थमने के दिन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पटना पहुंचे और पटना के होटल मौर्या में इंडिया गठबंधन के नेताओं के साथ मिलकर एक संवाददाता सम्मेलन किया। इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी हर चीज पर हिन्दू-मुसलमान करके वे अपनी राजनीति चलाना चाहते हैं।
चुनाव में वे हिन्दू-मुस्लिम को आपस में बांटना चाहते हैं। लेकिन जनता उनकी हर चालाकी को समझ गई है। वे देश की अच्छाई के लिए या विकास के लिए नहीं सिर्फ वोट के लिए लोगों को बांट रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में विपक्ष के लोगों को परेशान करने में ही इन्होंने अपना समय निकाल दिया।
कल महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उद्धव ठाकरे और शरद पवार वहां रहकर मरने की बजाय अच्छा होगी वे हमारे साथ रहें और अपनी इच्छा को पूरा करें। हम उनकी इच्छा को पूरा करने के लिए तैयार हैं। खडने ने कहा कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनी तो ईडी, सीबीआई और आयकर के द्वारा सताने के लिए जो कार्रवाई हुई है, उसे वापस लिया जाएगा।
जो कानून सम्मत होगा, इस पर कानून फैसला लेगा। वहीं, सैम पित्रोदा के बयान पर खड़गे ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने खुद इस्तीफा दिया है, जिसके बाद बात खत्म हो गई। वहीं, मणि शंकर अय्यर के पाकिस्तान के पास एटम बम होने के बयान पर उन्होंने कहा कि एनडीए का काम ही बयानों को तोड़ मरोड़ कर पेश करना है।
खड़गे ने कहा कि तीन चरणों का चुनाव हो चुका है। इससे साफ हो गया है कि मोदी जी के लिए सरकार बना पाना अब अत्यंत मुश्किल है। मोदी के 10 साल के शासन को लेकर जनता में भाजपा के खिलाफ काफी रोष है। बेरोजगारी इतनी बढ़ गई है कि जनता उसका भार सह नहीं पा रही है। महंगाई से हर कोई परेशान है। बहुत वादे उन्होंने वादा किया था कि हर साल दो करोड़ नौकरी देंगे।
लेकिन, उन्होंने नहीं दिया। अब तो उसके बारे में कुछ बोलते भी नहीं हैं। धर्म के आधार पर आरक्षण देने पर खड़गे ने कहा जो आरक्षण दिया जा रहा उसे लागू रखा जाएगा बाकी बातों पर सरकार बनने पर जवाब दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार बनने पर कौन पीएम बनेगा मिलकर फैसला लेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि एनडीए 5 किलो देकर बता रहा कि बड़ा काम कर रहा, लेकिन हम लोग 35 किलो देते थे। देश में मोदी की गारंटी जैसे शब्द का कोई असर नहीं है। इस संवाददाता सम्मेलन में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को भी शामिल होना था। लेकिन वे शामिल नहीं हुए। राजद की ओर से सांसद मनोज झा और वाम दल से दीपांकर भट्टाचार्य, कांग्रेस की वरीय नेत्री मीरा कुमार, कांग्रेस प्रभारी मोहन प्रकाश समेत कई दिग्गज शामिल हुए।