पटना: बिहार के कटिहार जिले के कुर्सेला से मानवता को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है. इसमें एक बच्चे की मौत के बाद उसके शव को कुत्ते नोंचकर खा गए. पुलिस जब घटना की छानबीन करने पहुंची तो उसने मृतक के पिता से कहा कि शव को थाने लेकर आओ और सभी पुलिसकर्मी गाड़ी में बैठकर चले गये.
इसके बाद पुलिस के कहे अनुसार पिता को मजबूरन बेटे की क्षत-विक्षत शव को एक बोरे में रखकर 3 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा.
दरअसल, भागलपुर जिले के गोपालपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले लेरू यादव 26 फरवरी को अपने 13 साल के बेटे हरिओम यादव नाव के साथ नाव से गंगा नदी पार कर रहे थे. इस दौरान उनका बेटा हरिओम यादव नाव से नदी में गिर गया.
लेरू यादव ने अपने बेटे को काफी खोजा, लेकिन वह नहीं मिला. कई दिनों तक वह अपने बेटे को खोजते-खोजते थक गए. नदी में गिरने के बाद लेरू यादव ने स्थानीय थाना गोपालपुर में अपने बेटे हरिओम की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई थी.
कटिहार: नदी के किनारे मिला बेटे का शव
इसके बाद कटिहार जिले के कुर्सेला थाना क्षेत्र के खोरिया घाट पर त्रिमुहानी नदी के किनारे में हरिओम का शव देखा गया था, जिसे किसी ने लावारिस समझकर फिर उसे गंगा नदी में बहा दिया था.
बेचैन पिता ने आखिरकार पता लगा लिया कि वह शव उसके बेटे का है. शव पड़े रहने की वजह से उसे कुत्तों ने नोच कर खा लिया था. ऐसे में शव के मिलने की सूचना जैसे ही गोपालपुर थाने को मिली तो गोपालपुर पुलिस और कुर्सेला पुलिस दोनों खेरिया गंगा घाट पहुंची और पिता को कहा कि मामले की जांच होगी.
पुलिस ने कहा कि शव का पोस्टमार्टम होगा. ऐसे में हम जाते हैं, तुम शव लेकर सदर अस्पताल पहुंचो. यह कहकर पुलिस अपने वाहन पर बैठकर चलते बनी.
रास्ते में लोगों ने लाचार पिता को देखा तो हुआ खुलासा
इधर, लाचार पिता ने कोई साधन नहीं मिलने की वजह से अपने बच्चे के क्षत-विक्षत शव को थैले में भरा और चल पड़ा. करीब तीन किलोमीटर चलने के बाद जब रास्ते में उसे कुछ लोग मिले, तब पुलिस का असंवेदनशील चेहरा सामने आया.
इस पूरे मामले को दूसरे थाने का मामला बता कर एसडीपीओ अमरकांत झा पल्ला झाड़ते दिखे. उन्होंने कहा कि खेरिया नदी घाट से बच्चे की लाश बरमाद की गई है. 10 दिन पहले उसके लापता होने की शिकायत गोपालपुर थाने में दर्ज कराई गई थी. ऐसे में मामला उस थाने का है, इसलिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर भेज दिया है.