बिहार: महागठबंधन ने विधान परिषद के चुनाव में उतारे पांच प्रत्याशी, विधायकों के तोड़फोड़ के बाद चुनाव हुआ दिलचस्प
By एस पी सिन्हा | Published: March 8, 2024 03:27 PM2024-03-08T15:27:12+5:302024-03-08T15:31:35+5:30
बिहार विधान परिषद चुनाव में महागठबंधन की ओर से पांच उम्मीदवार उतारे जाएंगे। इनमें राजद के चार और भाकपा-माले के एक उम्मीदवार अपनी दावेदारी पेश करेंगे।
पटना: बिहार विधान परिषद चुनाव में महागठबंधन की ओर से पांच उम्मीदवार उतारे जाएंगे। इनमें राजद के चार और भाकपा-माले के एक उम्मीदवार अपनी दावेदारी पेश करेंगे।
राजद की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, पार्टी प्रदेश प्रवक्ता सह महिला राजद की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर उर्मिला ठाकुर, शिवहर संसदीय क्षेत्र के पूर्व उम्मीदवार फैसल अली को उम्मीदवार बनाया गया है। राजद के चारों उम्मीदवार 11 मार्च को 11 बजे अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
राजद विधायक राजवंशी महतो ने खुद को प्रस्तावक बनने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने फैसला लिया है।
वहीं पार्टी के दूसरे विधायक रामविशुन लोहिया ने भी प्रस्तावक बनने की बात करते हुए कहा कि राबड़ी देवी, उर्मिला ठाकुर, अब्दुल बारी शिद्दीकी समेत राजद के चार उम्मीदवार हैं। कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार को हमने समर्थन किया था। अब कांग्रेस की बारी है।
दरअसल, लालू प्रसाद यादव और नेता विपक्ष तेजस्वी यादव आज राबड़ी देवी आवास पर अपनी पार्टी की विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में पार्टी की तरफ से आने वाले दिनों में होने वाले एमएलसी चुनाव को लेकर उम्मीदवारों के नाम को लेकर अंतिम मुहर लगा दी गई। राजद के विधायक राम विशुन लोहिया ने कहा कि कांग्रेस ने हमें समर्थन देने का ऐलान किया है।
इधर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने पार्टी आलाकमान के संदेश को लालू यादव तक पहुंचा दिया। आज ही वो दिल्ली से पटना लौटे उसके बाद राबड़ी आवास जाकर लालू यादव से मुलाकात की। थोड़ी देर मुलाकात बाद ही वो राबड़ी आवास से बाहर निकल गए।
कहा जा रहा है कि कांग्रेस के 17 विधायक के सहारे राजद अपने चौथे प्रत्याशी को जिताना चाहता है। जिसको लेकर बिहार कांग्रेस के नेताओं में रोष है। पार्टी विधायक प्रतिमा दास ने कहा कि जो लोग पार्टी के लिए अर्से से काम कर रहे हैं, उनका ध्यान रखना चाहिए। एमएलसी का टिकट कार्यकर्ताओं को मिलना चाहिए।
उधर, बात अगर समीकरणों की करें तो विधान परिषद की एक सीट पर जीत के लिए विधानसभा के 21 सदस्यों के वोट की जरूरत होती है। ऐसे में संख्या बल के हिसाब से एनडीए छह सीटों पर जीत हासिल करता हुआ दिख रहा है। वहीं महागठबंधन ने 5 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है।
गठबंधन की सभी 5 सीटों पर जीत को लेकर थोड़ा संशय बढ़ गया है, क्योंकि अभी तक राजद के 4 विधायक नीतीश की नेतृत्व वाले एनडीए के पाले में जा चुके हैं। विपक्ष को पांच सीटों पर जीत के लिए 105 विधायकों के वोट की जरूरत होगी। ऐसे में महागठबंधन की राह मुश्किल नजर आ रही है।