बिहार: पूर्व IPS अधिकारी का गंभीर आरोप, कहा- मंत्रियों को सप्लाई की जाती हैं पटना रिमांड होम की लड़कियां

By एस पी सिन्हा | Updated: February 3, 2022 20:44 IST2022-02-03T20:44:36+5:302022-02-03T20:44:36+5:30

पटना रिमांड होम मामले में राज्य के पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए एक पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि रिमांड होम से लड़कियों की सप्लाई बिहार सरकार के कई मंत्रियों तक की जाती है

BIhar girls of patna remand home were taken to ministers house former ips made big allegations against the government | बिहार: पूर्व IPS अधिकारी का गंभीर आरोप, कहा- मंत्रियों को सप्लाई की जाती हैं पटना रिमांड होम की लड़कियां

बिहार: पूर्व IPS अधिकारी का गंभीर आरोप, कहा- मंत्रियों को सप्लाई की जाती हैं पटना रिमांड होम की लड़कियां

Highlightsपूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप कहा - रिमांड होम से लड़कियों की सप्लाई बिहार सरकार के कई मंत्रियों की जाती हैसरकर पर लगाया मामले में लीपा-पोती करने का आरोप

पटना:बिहार की राजधानी पटना के गायघाट स्थित महिला रिमांड होम में रह चुकी एक युवती के सनसनीखेज आरोप के बाद सूबे की सियासत गरमा गई है। इस मामले को लेकर सरकार एक बार फिर निशाने पर है। रिमांड होम में रह चुकी एक युवती ने वहां लड़कियों के यौन शोषण व प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं।

इस मामले में जब प्रशासन ने आनन-फानन में जांच कर आरोपों को बेबुनियाद करार दिया तो पीड़ित युवती ने अब जांच पर सवाल खड़े किए हैं। अब राज्य के पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए एक पत्र लिखा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि रिमांड होम से लड़कियों की सप्लाई बिहार सरकार के कई मंत्रियों तक की जाती है, इसलिए सरकार इस मामले पर लीपापोती कर रही है।

सही तरीके से इस केस की जांच नहीं करवा रही है। आनन-फानन में सरकार के समाज कल्याण विभाग ने खुद से जांच की और रिपोर्ट जारी कर दिया। इस संबंध में पूर्व आईपीएस अधिकारी ने राज्यपाल को पत्र लिखा है। अपने पत्र में उन्होंने सीधे तौर सरकार और उनके कई मंत्रियों पर आरोप लगाते हुए राज्यपाल से सीबीआई जांच के आदेश दिए जाने की मांग कर दी है।

इसके लिए उन्होंने अपने लेटर में मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड का हवाला भी दिया है। मुजफ्फपुर वाले कांड में उस वक्त की समाज कल्याण विभाग की मंत्री मंजू सिन्हा को इस्तीफा तक देना पड़ा था। 

बता दें कि गायघाट बालिका रिमांड होम का मामला सामने आने के बाद बुधवार को पटना हाईकोर्ट ने भी स्वत: संज्ञान लिया है। अदालत ने पुलिस और राज्य समाज कल्याण विभाग से जबाव तलब किया है। कोर्ट ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाया है। कोर्ट ने पूछा है कि अब तक पीडिता के बयान पर कोई प्राथमिकी दर्ज क्यों नहीं की गई? 

रिमांड होम से फरार हुई एक युवती ने रिमांड होम की अधीक्षिका वंदना गुप्ता पर संगीन आरोप लगाया है। रिमांड होम की व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाया है। लड़की के बयान सामने आने के बाद समाज कल्याण विभाग में खलबली मच गई। लगभग तीन मिनट के वीडियो ने सरकार के माथे पर पसीना ला दिया। 
वीडियो में युवती ने कहा कि यहां गंदा काम होता है। रिमांड होम की खूबसूरत लड़कियां मैम (अधीक्षिका वंदना गुप्ता) को प्‍यारी होती हैं। उधर, इस मामले में बिहार के समाज कल्‍याण मंत्री मदन सहनी का कहना है कि प्राथमिक जांच में आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है, हालांकि, समाज कल्‍याण विभाग अपने स्तर से भी जांच करा रहा है।

इस बीच इस मामले को लेकर जन अधिकार पार्टी के प्रमुख व पूर्व सांसद पप्‍पू यादव तथा लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास के अध्‍यक्ष व सांसद चिराग पासवान ने मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा है। चिराग पासवान ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड की याद दिलाई है। उन्‍होंने कहा है कि युवती ने शासन-प्रशासन की पोल खोल दी है। 

उन्होंने कहा, वह खुद समाने आकर जानकारी दे रही है, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक शब्द बोलना जरूरी नहीं समझ रहे हैं। मुख्यमंत्री के नाक के नीचे ऐसी घटना हो रही है। शासन और प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं है, यह कतई संभव नहीं है। ऐसी घटनाओं से बिहार की छवि राष्ट्रीय स्तर पर खराब होती है। जब तक नीतीश कुमार मुख्‍यमंत्री रहेंगे, बिहार में ऐसे अपराध होते रहेंगे। वे इतने कमजोर हो चुके हैं कि उनके वश में कुछ नहीं है।

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