छोटे-छोटे बच्चे डिलीवरी ब्वॉय का रोल निभा रहे हैं, पूर्व मद्य निषेध मंत्री और भाजपा नेता जमशेद अशरफ ने शराबबंदी की खोली पोल
By एस पी सिन्हा | Updated: December 5, 2021 21:36 IST2021-12-05T21:34:26+5:302021-12-05T21:36:24+5:30
भाजपा नेता जमशेद अशरफ ने शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि पूरे बिहार में कानून-व्यवस्था की हालत खराब हो रही है, क्योंकि सारे पुलिस वाले आज शराबी और शराब को ढूंढने में व्यस्त है.

शराबबंदी से बिहार में जो साइड इफेक्ट हुआ है, उसकी नीतीश कुमार समीक्षा करनी चाहिये.
पटनाः बिहार में शराबबंदी को लेकर मचे हाय-तौबा के बीच राज्य के पूर्व उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता जमशेद अशरफ ने कहा है कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने ले बाद एक नया ट्रेंड का शुरुआत हुआ है. इसमें बच्चे ड्रग, चरस, गांजा स्मैक आदि का सेवन धड़ल्ले से कर रहे हैं.
हाल यह है कि चरस और गांजा आसानी से हर जगह उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि मैं काफी जगह पर घूमा हूं और हर जगह स्थितियां यही है. भाजपा नेता जमशेद अशरफ ने शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि पूरे बिहार में कानून-व्यवस्था की हालत खराब हो रही है, क्योंकि सारे पुलिस वाले आज शराबी और शराब को ढूंढने में व्यस्त है.
उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे बच्चे आज जिनको स्कूल जाना था, जो पढ़ाई करते वह आज डिलीवरी ब्वॉय का रोल निभा रहे हैं. शराब हर जगह मिल रही है. अफसोस की बात यह है कि बिहार में इस वक्त मिलावटी शराब बिक रही है. जिससे न सिर्फ सेहत खराब हो रही है बल्कि लोगों की जान भी जा रही हैं.
जमशेद अशरफ ने कहा कि मैं शराब को बहुत ही गलत मानता हूं और चाहता हूं कि लोग शराब न पियें. शराब बहुत खराब चीज है. नीतीश कुमार ने शराबबंदी का एक बेहतर कदम उठाया है, लेकिन आज जो बिहार की हालत हो रही है, उससे कहना चाहता हूं कि शराबबंदी से बिहार में जो साइड इफेक्ट हुआ है, उसकी नीतीश कुमार समीक्षा करनी चाहिये.
जमशेद अशरफ ने सरकार और मुख्यमंत्री को ध्यान दिलाते हुए कहा कि बिहार बहुत ही गरीब प्रदेश है. बिहार में शराबबंदी की वजह से प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष लगभग 40 हजार करोड़ का नुकसान हो रहा है. नीतीश कुमार का जो मकसद था कि बिहार में शराब बंद करना वह सफल नहीं हो पाया.