Bihar floor test: नीतीश कुमार ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल किया, समर्थन में 129 और विपक्ष में शून्य वोट पड़े
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: February 12, 2024 15:51 IST2024-02-12T15:37:51+5:302024-02-12T15:51:50+5:30
Bihar floor test: उपसभापति ने ध्वनिमत से नीतीश सरकार के विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने की घोषणा की। हालांकि मंत्री विजय चौधरी के आग्रह के बाद मतदान की प्रक्रिया भी पूरी कराई गई। विधानसभा में विश्वास मत पर वोटिंग के दौरान नीतीश कुमार सरकार के समर्थन 129 और विपक्ष में शून्य वोट पड़े।

नीतीश कुमार ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल किया
Bihar floor test: बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को आज विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है। फ्लोर टेस्ट से पहले सदन में राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमने 2005 से काम करना शुरू किया तब बिहार का विकास हुआ। नीतीश ने कहा कि लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के राज में शाम के 5 बजे के बाद कोई बाहर नहीं निकलता था।
#WATCH 129 विधायकों के प्रस्ताव के समर्थन के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने फ्लोर टेस्ट जीत लिया।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 12, 2024
विपक्ष ने राज्य विधानसभा से वॉकआउट किया। pic.twitter.com/2fg7UxJ5rH
नीतीश कुमार ने कहा कि हमारे कार्यकाल में बिहार में हिंदू-मुस्लिम झगड़े भी बंद हुए। नीतीश ने कहा कि हमने हमेशा समाज के हर तबके के लिए काम किया है। नीतीश ने तेजस्वी पर करारा हमला करते हुए कहा कि हमने अपने सात निश्यच के तहत ही नौकरी देने का काम किया लेकिन उसका क्रेडिट आप लेने की बात करते हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि हम अपनी पुरानी जगह आ गए हैं और सब दिन के लिए आ गए हैं।
इसी दौरान विपक्ष ने सदन से वाकआउट किया। उपसभापति ने ध्वनिमत से नीतीश सरकार के विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने की घोषणा की। हालांकि मंत्री विजय चौधरी के आग्रह के बाद मतदान की प्रक्रिया भी पूरी कराई गई। विधानसभा में विश्वास मत पर वोटिंग के दौरान नीतीश कुमार सरकार के समर्थन 129 और विपक्ष में शून्य वोट पड़े।
Bihar CM Nitish Kumar's government wins Floor test after 129 MLAs support him. pic.twitter.com/0pclQRL2Vz
— ANI (@ANI) February 12, 2024
इससे पहले इससे पहले तेजस्वी यादव ने फ्लोर टेस्ट से पहले नीतीश कुमार को जमकर घेरा। तेजस्वी ने पूछा कि आखिर क्या ऐसा हुआ कि आपको ये निर्णय लेना पड़ा। उन्होंने कहा, "नीतीश जी ने हमें कहा था कि बीजेपी वाला ईडी-सीबीआई लगाकर फंसाने का काम करते हैं। आखिर क्या ऐसा हुआ कि आपको ये निर्णय लेना पड़ा। आपने बोला था कि हम एनडीए को इसलिए छोड़ा था क्योंकि हमारी पार्टी को तोड़ने का प्रयास किया था। आपने कहा था कि हम लोगों का एक ही लक्ष्य है कि देशभर के विपक्षी दलों को एकजुट करना है।"
बता दें कि आज सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद सबसे पहले बिहार विधानसभा अध्यक्ष और राजद नेता अवध बिहारी चौधरी को हटाने का प्रस्ताव राज्य विधानसभा में पेश किया गया। उपसभापति के आदेश पर सचिव ने गणना कराई। वोटिंग में अवध बिहारी चौधरी को हटाने के प्रस्ताव के पक्ष में 125 और विपक्ष में 112 मत पड़े।