बिहार में बाढ़-बारिश से तबाही, अब तक 40 लोगों की मौत, एनडीआरएफ की 22 टीमें राहत-बचाव में
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 1, 2019 12:26 IST2019-10-01T12:26:37+5:302019-10-01T12:26:37+5:30
एनडीआरएफ के अनुसार सोमवार को बिहार की राजधानी पटना के जलमग्न इलाकों से महिलाओं और बच्चों सहित चार हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।

पटना के राजेंद्र नगर में एक महिला को बचाते हुए एनडीआरएफ के कर्मी.
बिहार में लगातार चार दिनों से हो रही बारिश से भारी तबाही मची हुई है। बारिश और बाढ़ के चलते पटना सहित विभिन्न जिलों में अब तक 40 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 9 लोग जख्मी बताए जा रहे हैं।
बिहार बाढ़: एनडीआरएफ की 22 टीमें तैनात
बिहार में बाढ़ बिगड़े हालात पर काबू पाने के लिए एनडीआरएफ 22 टीमें तैनात की गई है। इसमें 6 टीमें केवल पटना में लगी है। बिहार में आये बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की भी बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने की।
पटना में सोमवार को बारिश में कमी से थोड़ी राहत जरूर मिली है। पटना के राजेंद्र नगर, एसके पुरी समेत कई इलाकों से मोटर के जरिए पानी निकालने का काम जारी है। साथ ही पटना में घरों में फंसे लोगों के लिए खाना और पीने का पानी भेजने का काम भी लगातार जारी है।
पटना में हेलिकॉप्टर से गिराई गई राहत सामग्री, 6000 से अधिक लोगों को निकाला गया
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को हालात का जायजा लेने के लिए पटना का हवाई दौरा किया था। वहीं पानी में फंसे लोगों के लिये वायुसेना के हेलिकॉप्टर की मदद से खाने के पैकेट और दूसरी राहत सामग्री गिराई गयी।
एनडीआरएफ के अनुसार सोमवार को जलमग्न इलाकों से महिलाओं और बच्चों सहित चार हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। आज भी बचावकार्य जारी है। राजधानी पटना के इलाकों जैसे राजेन्द्र नगर, कंकड़बाग, पत्रकार नगर, हनुमान नगर और मलाही पकड़ी में सामान्य जनजीवन सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। अधिकतर स्थानों में जलजमाव के कारण लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं।