बिहार: आज होगा मंत्रिमंडल का विस्तार, 5 से 7 मंत्री किए जा सकते हैं शामिल
By एस पी सिन्हा | Published: June 2, 2019 04:41 AM2019-06-02T04:41:01+5:302019-06-02T04:41:01+5:30
जदयू से अशोक चौधरी, नीरज कुमार और संजय झा (तीनों विधान पार्षद) का नाम तय माना जा रहा है. विधायक रंजू गीता का भी नाम इस लिस्ट में माना जा रहा है.
बिहार में नीतीश कुमार के मंत्रिपरिषद का रविवार (2 जून) को विस्तार होने जा रहा है. इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार (1 जून) को राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की है. रविवार 11 बजे नीतीश कैबिनेट का विस्तार होगा. बताया जा रहा है कि इसमें 5 से 7 मंत्री और शामिल किए जा सकते हैं. हालांकि इसमें कौन-कौन से नाम शामिल होंगे इसको लेकर अभी कयास ही लगाए जा रहे हैं.
यहां बता दें कि इस लोकसभा चुनाव में नीतीश के दो मंत्री ललन सिंह और दिनेश चंद्र यादव लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बन गए हैं. ये दोनों जदयू से ही हैं. इसके अलावा लोजपा के पशुपति कुमार पारस सांसद बने हैं. इसमें ललन सिंह बिहार सरकार में जल मंत्री थे, वहीं दिनेश चंद्र यादव लघु सिंचाई और आपदा प्रबंधन मंत्री का पदभार संभाल रहे थे.
इसके अलावा पशुपति कुमार पारस पशु और मछली संसाधन मंत्रालय की कमान संभाल रहे थे. ललन सिंह ने बिहार की मुंगेर सीट से लोकसभ चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. वहीं दिनेश चंद्र यादव मधेपुरा से लोकसभा सांसद चुने गए. इसके अलावा अपने बड़े भाई रामविलास पासवान की हाजीपुर सीट से लोकसभा चुनाव जीतने वाले पशुपति कुमार पारस रहे हैं. इस लोकसभा चुनवा में बिहार में एनडीए ने शानदार प्रदर्शन किया.
बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने 17, जदयू ने 16 और लोजपा ने छह सीटों पर जीत दर्ज की. एक सीट कांग्रेस के खाते में गई.
सूत्रों से खबर मिल रही है कि जदयू से अशोक चौधरी, नीरज कुमार और संजय झा (तीनों विधान पार्षद) का नाम तय माना जा रहा है. विधायक रंजू गीता का भी नाम इस लिस्ट में माना जा रहा है. वहीं लोजपा कोटे के किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है. जबकि रालोसपा को छोड आए दो विधायक सुधांशु शेखर और ललन पासवान में से किसी एक को भी मंत्री बनाया जा सकता है.
बताया जा रहा है कि फिलहाल 11 मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है. दरअसल, बिहार में मुख्य्मंत्री को मिलाकर कुल 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं. फिलहाल 25 मंत्री वर्तमान मंत्रिपरिषद में है यानि कुल 11 की जगह बन रही है. इनमें कोटे के लिहाज से देखें तो जदयू के लिए 9 और भाजपा कोटे से 2 मंत्री बनाए जा सकते हैं. अब देखने वाली बात ये है कि केंद्र में बाहर रही जदयू क्या भाजपा को इस मंत्रिपरिषद विस्तार का हिस्सा बनाती है अथवा नहीं.