बिहार चुनाव: अशोक गहलोत ने एनडीए के घोषणापत्र को बताया “झूठ का पुलिंदा”, कहा- भाजपा ने पहले जो वादे किए, वे अब तक पूरे नहीं हुए
By एस पी सिन्हा | Updated: October 31, 2025 16:27 IST2025-10-31T16:27:49+5:302025-10-31T16:27:53+5:30
पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में गहलोत ने एनडीए के घोषणापत्र को “झूठ का पुलिंदा” करार देते हुए कहा कि भाजपा ने पहले जो वादे किए, वे अब तक पूरे नहीं हुए। उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री ने बिहार को 1.25 लाख करोड़ रुपये के विशेष पैकेज का वादा किया था, लेकिन उसका क्या हुआ?

बिहार चुनाव: अशोक गहलोत ने एनडीए के घोषणापत्र को बताया “झूठ का पुलिंदा”, कहा- भाजपा ने पहले जो वादे किए, वे अब तक पूरे नहीं हुए
पटना: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के वरीय पर्यवेक्षक अशोक गहलोत ने एनडीए के चुनावी घोषणा पत्र पर तीखा हमला बोला। पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में गहलोत ने एनडीए के घोषणापत्र को “झूठ का पुलिंदा” करार देते हुए कहा कि भाजपा ने पहले जो वादे किए, वे अब तक पूरे नहीं हुए। उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री ने बिहार को 1.25 लाख करोड़ रुपये के विशेष पैकेज का वादा किया था, लेकिन उसका क्या हुआ?
गहलोत ने व्यंग्य करते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि गन्ने से शुगर बनेगी और मैं उसे चाय में डालकर पी लूंगा। अब बताइए, क्या हुआ उस वादे का?” उन्होंने यह भी पूछा कि एनडीए का घोषणा पत्र नीतीश कुमार से क्यों जारी नहीं कराया गया, क्या वे अब ऐसी स्थिति में नहीं हैं कि मंच पर आकर जनता से बात कर सकें? अशोक गहलोत ने कहा कि “इंडिया गठबंधन” के घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा करने के लिए गठबंधन की सरकार आने पर उन्हें कैबिनेट में ले जाकर लागू किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि देशभर में पेपर लीक हो रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री इस पर एक शब्द नहीं बोलते। गहलोत ने एनडीए से 20 साल का रिपोर्ट कार्ड पेश करने की मांग की और कहा कि जो वादे किए गए थे, वे क्यों पूरे नहीं हुए, इसका जवाब जनता को मिलना चाहिए। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को याद करते हुए कहा कि उनके त्याग, बलिदान और देश के लिए किए गए कार्य को भारत कभी नहीं भूल सकता।
गहलोत ने कहा कि इंदिरा जी ने देश को जो दिया, वह अमूल्य है। आज हम उसी भावना के साथ बिहार की जनता के बीच आए हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए ने महज 26 सेकंड में मेनिफेस्टो जारी कर प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म कर दी, जो अपने आप में हैरान करने वाली बात है। गहलोत ने तंज कसते हुए कहा कि कुछ पत्रकारों ने बताया कि यह उनके जीवन का सबसे छोटा प्रेस कॉन्फ्रेंस था। ये लोग आए, मुंह दिखाया और चले गए। मीडिया से डर रहे हैं। गहलोत ने सवाल उठाया कि नीतीश कुमार और भाजपा नेता पत्रकारों के सवालों से क्यों भाग रहे हैं?