बिहार चुनाव 2025ः एकला चलो रे?, चुनाव के बाद बहुमत मिलने पर ही मुख्यमंत्री का चेहरा, तेजस्वी और लालू यादव को सचिन पायलट का झटका
By एस पी सिन्हा | Updated: April 11, 2025 15:08 IST2025-04-11T15:06:29+5:302025-04-11T15:08:31+5:30
Bihar Elections 2025: बिहार के लोग गरीबी, लाचारी और अविश्वास के कारण रोजी रोटी के जुगाड़ में दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं।

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पटनाः कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार की ‘पलायन रोको, नौकरी दो यात्रा’ के अंतिम दिन मुख्यमंत्री आवास मार्च में शामिल होने पटना आए कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चुनाव के बाद बहुमत मिलने पर ही मुख्यमंत्री का चेहरा तय किया जाएगा। पायलट ने स्पष्ट किया कि पहले चुनाव लड़ा जाएगा और उसके बाद ही यह तय होगा कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा। ऐसे में यह चर्चा होने लगी है कि सचिन पायलट ने अपने बयान से न सिर्फ राजद बल्कि तेजस्वी यादव को भी बड़ा झटका दिया है। वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए सचिन पायलट ने कहा कि मुख्यमंत्री बेरोजगारी को लेकर एकदम गंभीर नहीं हैं। उन्होंने बिहार में बेरोजगारी और पलायन के लिए नीतीश कुमार और भाजपा की सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
सचिन पायलट ने कहा कि बिहार के नौजवान प्रतिभा होने के बावजूद मजबूरी में पलायन करते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के नौजवानों को पलायन करने के लिए मजबूर किया जा रहा है, उस पर रोक लगना चाहिए। बिहार के लोग गरीबी, लाचारी और अविश्वास के कारण रोजी रोटी के जुगाड़ में दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं।
यहां के लोग सरकार पर विश्वास नहीं करते। बीए एमए करने के बाद भी बिहार के युवाओं को यह विश्वास नहीं रहता कि उन्हें बिहार में दो जून की रोटी मिलेगी। इस वजह से बाहर जाकर परिवार के भरण पोषण और बच्चों की पढ़ाई के लिए मेहनत करते हैं। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों से भी पलायन होता है, मगर बेहतर अवसर के लिए लोग बाहर जाते हैं।
लेकिन बिहार के लोग मजबूरी में बिहार छोड़ कर पयालन करते हैं। नीतीश कुमार कितने वर्षों से मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली और पटना की सरकारों ने नौजवानों को जगह नहीं दी। नौकरी प्रक्रिया चयन में उनका विश्वास नहीं है, क्योंकि यहां पेपर लीक आम बात है। एनएसयूआई बिहार के नौजवानों को जगाने का काम किया है।
उम्मीद है कि मुख्यमंत्री आज हमारी बात सुनेंगे। नौजवानों के भविष्य की चिंता कांग्रेस पार्टी का मुद्दा है। सचिन पायलट ने कहा कि जब हमारी सरकार बनेगी तब नौजवानों को बड़े पैमाने पर नौकरी दी जाएगी, निवेश पर ध्यान दिया जाएगा। वहीं, ‘पलायन रोको नौकरी दो’ यात्रा को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि एक मुद्दे को लेकर 26 दिनों तक यात्रा हुई।
बिहार से लोग पलायन क्यों करते हैं, इस पर हमें ध्यान देना होगा। जो लोग सत्ता में बैठे हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में अगर नीतीश कुमार को मोदी जी को समर्थन देना ही था, तो बिहार के नौजवानों के लिए 10-20 लाख नौकरियां मांग लेते। सचिन पायलट ने तहव्वुर राणा के भारत आने पर बोला कि इस आतंकी को सजा देने का काम यूपीए सरकार ने शुरू किया था।
सरकार का यह काम सराहनीय है, हम इसके साथ हैं। आतंकी को हर हाल में सख्त से सख्त सजा होनी चाहिए। वहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि बिहार में 13 करोड़ से अधिक की जनता में 8 करोड़ लोग 25 वर्ष की आयु से कम हैं। पिछले 20 साल से सीएम रहे नीतीश कुमार इस 8 करोड़ युवाओं को लेकर गंभीर नहीं हैं।
20 साल से मुख्यमंत्री पद पर रहने के बावजूद नीतीश रोजगार नहीं दे पाए, इसलिए बिहार के युवा आज पलायन करने को मजबूर हैं। लेकिन 8 करोड़ की जनसंख्या वाले युवाओं के लिए अगर बेहतर नहीं होगा, तो बिहार आगे नहीं बढ़ सकता है। इस बीच सचिन पायलट के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि तेजस्वी यादव के नाम पर किसी को कोई कन्फ्यूजन नहीं होना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि राजद बिहार में एक प्रमुख पार्टी है और इसलिए ड्राइविंग सीट पर तेजस्वी यादव ही बैठेंगे।
उन्होंने कहा कि 2020 में सबके चेहरे तेजस्वी यादव थे। 2025 में तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री का चेहरा हैं कहीं किसी को कन्फ्यूजन में नहीं रहना चाहिए। कांग्रेस में क्या बोल रहा है नहीं बोल रहा है? आलाकमान और शीर्ष नेतृत्व सबको पता है तेजस्वी यादव ड्राइविंग सीट पर है।

