Bihar Election: बीजेपी ने जारी की 35 और उम्मीदवारों की लिस्ट, जानें कौन कहां से लड़ेगा चुनाव
By अनुराग आनंद | Published: October 14, 2020 05:11 PM2020-10-14T17:11:31+5:302020-10-14T17:18:23+5:30
बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा इस बार 121 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
नई दिल्ली:बिहार विधानसभा 2020 के तीसरे चरण के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 35 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। इस तरह अब तक कुल मिलाकर भाजपा तीनों चरणों के लिए 110 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी है।
मिल रही जानकारी के मुताबिक, बगहा विधानसभा से राम सिंह को भाजपा ने उतारा है। वहीं, इस बार लौरिया विधानसभा से भाजपा की तरफ से विनय बिहारी को टिकट मिला है। मोतिहारी सीट से प्रमोद कुमार इस बार भाजपा के टिकट पर मैदान में हैं।
BJP releases list of 35 candidates for upcoming #BiharElectionspic.twitter.com/LNkc8lHse5
— ANI (@ANI) October 14, 2020
भाजपा ने इन चार विधायकों के काटे टिकट-
बता दें कि दूसरी लिस्ट में भाजपा के चार मौजूदा विधायकों का टिकट कट गया था। तीन जगह जहां उम्मीदवार बदल गए हैं, वहीं सुगौली सीट गठबंधन में पार्टी ने वीआईपी को दे दी है। ऐसे में चार विधायक बेटिकट हो गए हैं।
जिन विधायकों का टिकट कटा है, उनमें चनपटिया से प्रकाश राय का टिकट काटकर उमाकांत सिंह को दिया गया है। सीवान से व्यासदेव प्रसाद की जगह पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव को प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं अमनौर से शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा की जगह कृष्णा कुमार मंटू को प्रत्याशी बनाया गया है।
दूसरे चरण के भाजपा के पास 46 सीट हैं, जिनमें 26 पर सवर्ण और वैश्य को उतारा
दूसरे चरण के लगभग उम्मीदवारों के नाम भाजपा ने पहले ही जारी कर दिए हैं। दूसरे चरण की 94 सीटों पर तीन नवंबर को मतदान होना है। भाजपा के हिस्से में इस चरण की 51 सीटें थीं। इनमें से पांच को उसने वीआईपी को दे दिया है। वहीं 46 सीटों पर उम्मीदवारों का पार्टी ने ऐलान कर दिया है।
सवर्ण और वैश्यों के हिस्से 46 में से 26 सीटें आई हैं। इनमें सर्वाधिक 11 क्षत्रिय समाज के उम्मीदवार उतारे गए हैं। इसके पीछे अपने वोट बैंक को साधने के साथ ही राजद के सेंधमारी के प्रयासों को रोकने की भी कोशिश दिखती है।
पार्टी के टिकट वितरण को जातिगत आधार पर देखें तो भाजपा ने पहले चरण की परिपाटी को ही आगे बढ़ाया है। सवर्ण और वैश्यों को भाजपा का आधार वोटर माना जाता है। दूसरे चरण में भी पार्टी ने अपने कोर वोट बैंक को मजबूती से साधने की कोशिश की है।