दरभंगा में एम्स निर्माण को लेकर जारी सियासत के बीच उपमुख्यमंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को लिखा पत्र
By एस पी सिन्हा | Updated: August 20, 2023 16:16 IST2023-08-20T16:16:49+5:302023-08-20T16:16:49+5:30
तेजस्वी यादव ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को लिखे पत्र को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी साझा किया है। तेजस्वी यादव ने लिखा है कि दरभंगा एम्स को लेकर भूमि संबंधी दूसरे विकल्प पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया था लेकिन परिणाम की सूचना अप्राप्त है।

दरभंगा में एम्स निर्माण को लेकर जारी सियासत के बीच उपमुख्यमंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को लिखा पत्र
पटना: बिहार के दरभंगा में एम्स निर्माण को लेकर सियासत जोरों पर है। इसको लेकर केंद्र और बिहार सरकार के बीच चल रहे खींचतान के बीच रविवार को उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को पत्र लिखा है। पत्र में तेजस्वी ने साफ किया है कि राज्य सरकार ने दरभंगा में जहां जगह चिन्हित की है, वहीं एम्स का निर्माण कराएं। साथ ही डीएमसीएच में अब जगह शेष नहीं रहने की बातें भी की गई हैं। उन्होंने इस मामले पर जल्द से जल्द सकारात्मक फैसला लेने की गुजारिश की है।
तेजस्वी यादव ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को लिखे पत्र को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी साझा किया है। तेजस्वी यादव ने लिखा है कि दरभंगा एम्स को लेकर भूमि संबंधी दूसरे विकल्प पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया था लेकिन परिणाम की सूचना अप्राप्त है।
इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने कहा कि एम्स की स्थापना दरभंगा जिले में होने के संबंध में विशेष तौर पर कहना है कि एम्स के लिए उपर्युक्त चिह्नित स्थल ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर से मात्र 3 किमी पर और आमस-दरभंगा 4 लेन सड़क से महज 5 किमी की दूरी पर और दरभंगा एयरपोर्ट से मात्र 10 किमी की दूरी पर अवस्थित है, जिससे मरीजों को यहां पहुंचने में काफी कम समय लगेगा।
साथ ही उन्होंने लिखा है कि एम्स की स्थापना शहर के बाहर होने की स्थिति में दरभंगा शहर के विस्तारीकरण के साथ नये इलाके के विकास का भी रास्ता सुगम होगा। उत्तर बिहार, मिथिलांचल और नेपाल के लोगों को उच्चस्तरीय इलाज की सुविधा प्राप्त हो सकेगी और दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल और एम्स दोनों संस्थान के अलग-अलग बनने की स्थिति में दोनों अस्पताल विशेषज्ञ अस्पताल के रूप में विकसित हो सकेंगे।
इस संबंध में ये भी उल्लेखनीय है कि दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में अब भूमि भी उपलब्ध नहीं है क्योंकि राज्य सरकार द्वारा दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल को 2500 शैया के अस्पताल के रूप में पुनर्विकसित करने हेतु 3115 करोड़ रुपये की योजना स्वीकृत की जा चुकी है और निविदा की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा एम्स निर्माण हेतु प्रस्तावित भूमि कुल रकवा 151.17 एकड़ में से 113.86 एकड़ भूमि एम्स दरभंगा को नि:शुल्क हस्तांतरित की जा चुकी है और चिह्नित भूखंड पर मिट्टी भराई के लिए राज्य योजना से 309 करोड़ रुपये की योजना भी स्वीकृति की जा चुकी है।
तेजस्वी यादव ने अपने पत्र के आखिर में लिखा है कि विनम्र अनुरोध है कि उत्तर बिहार की जनता के व्यापक हित, राज्य में चिकित्सा सुविधा के सुदृढ़ीकरण हेतु एम्स दरभंगा की स्थापना राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित उपर्युक्त भूखंड के प्रस्ताव को स्वीकृत करने पर शीघ्र ही सकारात्मक निर्णय लेने की कृपा करें। देश में अधिकांश एम्स का निर्माण परियोजना के रूप में की गई है। सकारात्मक निर्णय लिए जाने हेतु समस्त उत्तर बिहार की जनता आशांवित है और इसके लिए बिहार की जनता आपकी सदैव आभारी रहेगी।