पटनाः बिहार में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच इससे मुक्ति के लिए राजधानी पटना की सड़कों पर आज सुबह-सवेरे से अजीबोगरीब पोस्टर देखने को मिले.
पटना में बेरोजगारी और कोविड को लेकर पोस्टर लगाया गया है. बिहार सरकार की नाकामी और बढ़ती बेरोजगारी के मुद्दे पर लोगों में आक्रोश भरा हुआ है. इस पोस्टर में मांग की गई है कि राज्य में कोरोना खत्म हो इसके लिए तुरंत चुनाव कराया जाए. पटना के डाकबंगला चौराहा, फ्रेजर रोड, इनकम टैक्स से बेली रोड जैसे अलग-अलग इलाकों में इस तरह के पोस्टर लगाए गए हैं.
पोस्टर में निवेदक के तौर पर बिहार की पीड़ित जनता को बताया गया है. पोस्टर में लिखा गया है कि कोरोना भगाने के लिए बिहार में भी चुनाव हो. थके और हारे हुए मुख्यमंत्री से बिहार और कोरोना संभल नहीं रहा है. बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था मरणासन्न स्थिति में आईसीयू में भर्ती है. इसलिए कोरोना के साथ बेरोजगारी भगाने के लिए बिहार में तुरंत चुनाव कराए जाने चाहिए.
यह पोस्टर किस राजनीतिक दल या उसके कार्यकर्ताओं की तरफ से लगाया गया यह साफ नहीं हो पाया है. लेकिन 2 दिन पहले ही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था को आईसीयू में भर्ती बताया था और ठीक उसी तर्ज पर अब पटना में पोस्टर लगे हैं. जाहिर है निशाने पर सरकार है और कहीं न कहीं बिहार में महामारी को लेकर अब राजनीति भी तेज होती दिख रही है.
कोरोना को लेकर बिहार के राजनीति में कई तरह की बातें कही जा रही है, जिसमें एक बात यह भी कि ”बंगाल, असम समेत जिन पांच राज्यों में चुनाव है वहां कोरोना नहीं है और बिहार में कोरोना है? इसके लेकर सत्ता पक्ष पर विपक्ष के द्वारा हमले भी किये गए हैं. यहां बता दें कि बिहार में बढ़ते कोरोना को देखते हुए सरकार ने कई बड़े फैसले लिए हैं. सरकार लगातार लोगों से एहतियात बरतने के लिए अपील कर रही है.