Bihar Caste Census: जातिगत जनगणना बहुसंख्यक जनता की मांग, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने तोड़ी चुप्पी, भाजपा गणना से डरती क्यों है?
By एस पी सिन्हा | Updated: May 5, 2023 14:38 IST2023-05-05T14:37:31+5:302023-05-05T14:38:18+5:30
Bihar Caste Census: लालू यादव ने कहा कि जो जातीय गणना का विरोधी है वह समता, मानवता, समानता का विरोधी एवं ऊँच-नीच, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ेपन, सामाजिक व आर्थिक भेदभाव का समर्थक है।

भाजपा बहुसंख्यक पिछड़े हिंदुओं की गणना से डरती क्यों है?
पटनाः बिहार में जातीय जनगणना पर पटना हाईकोर्ट के द्वारा अंतरिम रोक लगा दिये जाने के बाद मचे सियासी घमासान के बीच बाद राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने शुक्रवार को अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि जातिगत जनगणना बहुसंख्यक की मांग है और ये हो कर ही रहेगा।
साथ ही उन्होंने भाजपा पर भी करारा हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि जातिगत जनगणना बहुसंख्यक जनता की मांग है। लालू यादव ने कहा कि जो जातीय गणना का विरोधी है वह समता, मानवता, समानता का विरोधी एवं ऊँच-नीच, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ेपन, सामाजिक व आर्थिक भेदभाव का समर्थक है।
देश की जनता जातिगत जनगणना पर भाजपा की कुटिल चाल और चालाकी को समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना बहुसंख्यक जनता की मांग है और यह होकर रहेगा। भाजपा बहुसंख्यक पिछड़े हिंदुओं की गणना से डरती क्यों है?
बता दें कि पटना हाईकोर्ट से जाति आधारित गणना पर अंतरिम रोक लगने के बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि जाति आधारित जनगणना जनकल्याण के लिए है, हम गरीबी, पिछड़ेपन को मिटाना चाहते हैं। यह बात स्पष्ट है और होना तय है।
उन्होंने बताया कि जजमेंट को एक बार पढ़ा जाएगा कि क्या आदेश है, उसके बाद ही सरकार अगला कदम उठाएगी। यह सभी को पहले से पता था कि यह जाति आधारित सर्वे है यानी जाति आधारित गणना है, जातीय जनगणना नहीं और यह सरकार का न तो कोई और ना ही पहला सर्वे है।