बिहार के बक्सर में 6 लोगों की संदिग्ध मौत, परिवार वालों का आरोप- जहरीली शराब ने ली जान
By विनीत कुमार | Published: January 27, 2022 11:27 AM2022-01-27T11:27:06+5:302022-01-27T11:30:41+5:30
बिहार में जहरीली शराब से होने वाली मौतों का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। बक्सर में ऐसी ही एक घटना सामने आई है। पुलिस ने कहा है कि मामले की जांच जारी है। वहीं परिवार वाले कह रहे हैं कि जहरीली शराब के सेवन से मौतें हुई हैं।
बक्सर: बिहार में लागू शराबबंदी कानून के बावजूद 'जहरीली शराब' से मौतों की घटनाएं लगातार जारी है। ताजा मामला बक्सर का है जहां बुधवार को अमसारी गांव में करीब छह लोगों की संदिग्ध मौत हो गई। कम से कम चार लोगों को अस्पताल में भी भर्ती कराया गया है। इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
वहीं परिवार वालों का आरोप है कि मौतें जहरीली शराब पीने से हुई हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार एक मृतक के रिश्तेदार ने कहा, 'ऐसा जहरीली शराब के कारण हुआ है। प्रशासन क्या कर रहा है? अगर शराबबंदी है तो उन्हें शराब कैसे मिली?'
Bihar: Around six people died in Amsari village, Buxar last night under mysterious circumstances. Police investigation has begun.
— ANI (@ANI) January 27, 2022
"This happened due to spurious liquor. What is the admn doing? If there is a liquor ban, how are they getting it?" relatives of the deceased say. pic.twitter.com/MRZjLRj8iF
बक्सर के मुरार पुलिस थाने के अमसारी गांव की घटना सारण जिले में हुई 5 मौतों के एक हफ्ते के भीतर हुई है। सारण की घटना से करीब एक हफ्ते पहले सीएम नीतीश कुमार के गृह जनपद नालंदा में भी नकली शराब पीकर 11 लोगों की मौत हो गई थी।
वहीं, उससे पहले दीपावली के आसपास पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर जिलों में 40 से अधिक लोगों की जान इस नकली शराब के चलते चली गई थी।
मौतों पर हो रही बिहार सरकार की आलोचना
बिहार में अप्रैल 2016 में शराब की बिक्री और सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसके बाद भी नकली और जहरीली शराब से मौत की घटनाएं सामने आती रही हैं। इसे लेकर विपक्ष नीतीश सरकार पर लगातार हमलावर रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री एनडीए में साझीदार हिंदुस्तान युवा मोर्चा के जीतन राम मांझी ने भी शराबबंदी के कानून को फेल बताते हुए इसे खत्म करने की मांग की है।
यही नहीं भाजपा प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने भी हाल में कहा था कि बिहार में शराबबंदी विफल रही, जिसका कारण अधिकारियों द्वारा सख्ती से इसका पालन नहीं करना और धन उगाही के लिए इसका इस्तेमाल करना रहा है।