सीएम नीतीश से बचकर रहे तेजस्वी, भाजपा नेता चौधरी ने कहा-मुख्यमंत्री को ब्लैकमेलर बताया, अपने नाम पर वोट हासिल नहीं कर सकते
By एस पी सिन्हा | Updated: February 24, 2023 17:12 IST2023-02-24T17:11:08+5:302023-02-24T17:12:42+5:30
बिहारः भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार को बीमारी है, अवैध कब्जे का शौक है। समता पार्टी को मेरे पिता ने बनाया, लेकिन कब्जा कर लिया।

कांग्रेस रीढ़ विहीन पार्टी है। सबकी क्या वैल्यू है।
पटनाः बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन में मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री पद को लेकर जारी रस्साकस्सी के बीच विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ब्लैकमेलर तक बता दिया।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को नीतीश कुमार जैसे ब्लैकमेलर से बच के रहना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार अपना इकबाल खो चुके हैं। शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार को मैं की बीमारी है, उन्हें अवैध कब्जे का शौक है। समता पार्टी को मेरे पिता ने बनाया, लेकिन नीतीश कुमार ने कब्जा कर लिया।
18 साल से मुख्यमंत्री हैं। लेकिन अभी भी नीतीश कुमार अपने नाम पर वोट हासिल नहीं कर सकते हैं। यह बात कांग्रेस भी जानती है और राजद भी। यही कारण है कि कोई भी उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए दावेदार नहीं मानती है। उन्होंने कहा कि राजद गठबंधन के पास 110 विधायक हैं। जबकि नीतीश कुमार के पास तोड़-जोड़ कर 45 विधायक हैं।
110 विधायक वाली पार्टी दौड़कर 122 पूरा कर लेगी। नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा और उसे रीढ़ विहीन पार्टी बता दिया। सम्राट चौधरी ने पूर्णिया में 25 फरवरी को होने वाली रैली को लेकर कहा कि महागठबंधन की रैली में ऐसी पार्टियां हैं, जिसमें कोई ताकत नहीं है। कांग्रेस रीढ़ विहीन पार्टी है। इन सबकी क्या वैल्यू है।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन में राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के अलावा कोई भी नेता नहीं है। जबकि जदयू में राष्ट्रीय अध्यक्ष तो पार्टी के स्टाफ ही होते हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 2014 में नीतीश कुमार ने अपने बल पर चुनाव लड़ा तो दो सीटें जीत पाए, भाजपा के साथ आए तो 16 सीटें जीते।
लेकिन आज नीतीश कुमार के साथ स्थिति ऐसी है कि उनके साथ जो भी पार्टी जाएगी, उन्हें सिर्फ नुकसान उठाना पड़ेगा। यहां तक कि भाजपा भी अगर उनके साथ जाएगी तो भाजपा को भी जनता वोट नहीं देगी। उन्होंने कहा नीतीश सरकार के 18 साल की तुलना यूपी की योगी सरकार के करते हुए एक तरफ बाबा हैं, दूसरी तरफ एक इंजीनियर।
बाबा के शासन में यूपी कुछ सालों में पिछड़े राज्य की छवि से बाहर निकल गई। कर्नाटक तमिलनाडू जैसे राज्यों के बराबरी में पहुंच गई है। जबकि नीतीश कुमार के इंजीनियर होने के बाद भी आज भी बिहार पिछड़ा राज्य बना हुआ है। राजस्थान जैसे राज्य में हर घर में वहां की सरकार ने पानी पहुंचा दिया। लेकिन बिहार जहां सबसे ज्यादा पानी है, वहां भी हर घर में पानी नहीं पहुंचा पाए हैं।