बिहार विधानसभा चुनावः कमल कमाल, बर्बादी के 20 साल?, तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर शेयर किया मजेदार कार्टून
By एस पी सिन्हा | Updated: April 12, 2025 14:47 IST2025-04-12T14:47:03+5:302025-04-12T14:47:45+5:30
पोस्ट पर लिखा है बर्बादी के 20 साल बेरोजगारी, पलायन, अपराध, घूसखोरी, रिश्वतखोरी, बाढ़ -सुखाड़, महंगाई पेपर लीक।

file photo
पटनाः बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर पीएम मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। अपने एक्स अकाउंट पर एक मजेदार कार्टून साझा किया है, जिसमें नीतीश कुमार एक टांग पर खड़े हैं और उनके एक हाथ में ट्रॉफी है। वहीं, इसको लेकर सियासत शुरू हो गई है। तेजस्वी यादव ने लिखा है कि कमल कमल और प्रधानमंत्री बजा रहे हैं ताली। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तस्वीर में कमल की माला पहने हुए, तो हाथ में ट्रॉफी जिस पर लिखा कमजोर सीएम दूसरे हाथ में कुर्सी को दिखाया गया है। पोस्ट पर लिखा है बर्बादी के 20 साल बेरोजगारी, पलायन, अपराध, घूसखोरी, रिश्वतखोरी, बाढ़ -सुखाड़, महंगाई पेपर लीक।
कमल कमाल
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 12, 2025
बर्बादी के 20 साल।#TejashwiYadav#RJD#Biharpic.twitter.com/Ax9OFIgO96
इसमें उन्होंने लिखा है “कमजोर सीएम”। उसके अलावे इस पोस्ट में स्लोगन दिया है “कमल कमाल, बर्बादी के 20 साल”। वहीं, राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बयान देते हुए कहा कि जनता कह रही है जग जाहिर हो चुका है, नीतीश कुमार को कुर्सी से प्यार है। अब तो वह पूरी तरह आरएसएस और भाजपा के रंग में रंगे हुए हैं, बर्बादी के 20 साल जो बिहार में झेला है अब इसके लिए तैयार नहीं है।
अब बिहार को तेजस्वी सरकार चाहिए, नीतीश कुमार की पार्टी अब बीजेपी में विलय करेगी। इस बीच जदयू के मुख्य प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव सारी मर्यादा लांग रहे हैं, नीतीश कुमार ने गठबंधन की राजनीति में सम्मान किया है। लेकिन अपने स्वाभिमान के सवाल पर समझौता नहीं किया है।
तेजस्वी यादव 420 के आरोपी आप बने रहिए। लेकिन ट्विटर पर 420 का काम करने से बचिए। वहीं, मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि तेजस्वी यादव इतने काबिल नहीं हैं कि 20 साल का विश्लेषण करें, अगर एनालिसिस करना है तो अपने माता-पिता के कार्यकाल का करें। उनके मामा ही आरोप लगा रहे थे, क्या तेजस्वी यादव इस पर मुंह खोलेंगे? आज मैं जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं आप लिख कर रख लीजिए, 2010 में जो राजद का हाल हुआ था उससे भी बुरा 2025 में होगा।