विधानसभा चुनावः पहला चरण, 121 सीट, 1303 प्रत्याशी, 432 दागी और 40 फीसदी करोड़पति, 2 उम्मीदवार पर रेप केस, आपराधिक मामलों में जनसुराज पार्टी सबसे आगे

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 29, 2025 15:13 IST2025-10-29T15:12:47+5:302025-10-29T15:13:34+5:30

Bihar Assembly Elections: हत्या से संबंधित मामले घोषित करने वाले उम्मीदवार 33, हत्या के प्रयास घोषित करने वाले उम्मीदवार 86 तथा महिलाओं के ऊपर अत्याचार से संबंधित मामले घोषित करने वाले 42 हैं।

Bihar Assembly Elections First phase 121 seats 1303 candidates 432 tainted and 40% crorepatis rape cases against 2 candidates Jansuraj Party leads in criminal cases | विधानसभा चुनावः पहला चरण, 121 सीट, 1303 प्रत्याशी, 432 दागी और 40 फीसदी करोड़पति, 2 उम्मीदवार पर रेप केस, आपराधिक मामलों में जनसुराज पार्टी सबसे आगे

सांकेतिक फोटो

Highlightsमाकपा के 4 में से 4 (100 फीसदी) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये है।1303 में से 519 (40 फीसदी) करोड़पति उम्मीदवार है।उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 3.26 करोड़ है।

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के 121 विधानसभा क्षेत्रों में उतरे 1303 उम्मीदवारों में 40 फीसदी करोड़पति हैं। इस चरण में 432 दागी मैदान में हैं। दरअसल, एडीआर एवं बिहार इलेक्शन वॉच ने बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण मे चुनाव लड़ने वाले 1314 मे से 1303 उम्मीदवारों के शपथ-पत्रो का विश्लेषण किया है। उम्मीदवार कुल 121 क्षेत्रो से चुनाव लड़ रहे है। 1303 मे से 423 (32 फीसदी) उम्मीदवारो ने अपने उपर आपराधिक मामले घोषित किए है। जबकि 354 (27 फीसदी) उम्मीदवारो ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए गए हैं। इनमेंहत्या से संबंधित मामले घोषित करने वाले उम्मीदवार 33, हत्या के प्रयास घोषित करने वाले उम्मीदवार 86 तथा महिलाओं के ऊपर अत्याचार से संबंधित मामले घोषित करने वाले 42 हैं। इनमे 2 ने अपने उपर बलात्कार से संबंधित मामले घोषित किए।

दलवार घोषित आपराधिक मामलों में जनसुराज पार्टी के 114 में 50 (44 फीसदी), बसपा के 89 में 18 (20 फीसदी), राजद के 70 मे से 53(76 फीसदी), जदयू के 57 में से 22 (39 फीसदी), भाजपा के 48 में से 31 (65 फीसदी), आप के 44 में से 12(27 फीसदी) आईएनसी(कांग्रेस) 23 में से 15(65 फीसदी), भाकपा-माले के 14 में से 13 (93 फीसदी), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के 13 में से 7 (54 फीसदी), भाकपा के 6 में से 6 (100 फीसदी) और माकपा के 4 में से 4 (100 फीसदी) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये है।

वहीं, 1303 में से 519 (40 फीसदी) करोड़पति उम्मीदवार है। उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 3.26 करोड़ है। जबकि 519(40 फीसदी) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5 वीं एव 12 वीं के बीच घोषित की है। जबकि 651(50 फीसदी) उम्मीदवारों ने अपनी योग्यता स्नातक और उससे ज्यादा बताई है। 9 फीसदी महिला उम्मीदवार प्रथम चरण मे किस्मत आजमा रही है।

औसतन एक उम्मीदवार के पास 3.26 करोड़ रुपये की संपत्ति है। रिपोर्ट के अनुसार चुनाव के पहले चरण में नौ फीसदी (121) महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं। इस चरण में 432 दागी मैदान में हैं। रिपोर्ट के मुताबिक कुल उम्मीदवारों में आठ फीसदी (103) के पास दस करोड़ से अधिक, जबकि सात फीसदी (93) के पास पांच से दस करोड़ रुपये की संपत्ति है।

इनके अलावा 25 फीसदी (323) उम्मीदवारों के पास एक से पांच करोड़, 32 फीसदी (417) उम्मीदवारों के पास 20 लाख से एक करोड़ और 28 फीसदी (367) उम्मीदवारों के पास 20 लाख रुपये से भी कम की संपत्ति होने की जानकारी दी गयी है।इस चरण में मुंगेर से भाजपा उम्मीदवार कुमार प्रणय (170 करोड़ की संपत्ति) को सबसे धनी उम्मीदवार बताया गया है।

दूसरे स्थान पर सीवान से निर्दलीय राजकिशोर गुप्ता (137 करोड़) और तीसरे स्थान पर मोकामा के जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह (100 करोड़) का नाम है। वहीं, भाजपा के 48 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 11.30 करोड़, राजद के 70 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 10.37 करोड़, जदयू के 57 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 8.75 करोड़, कांग्रेस के 23 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 5.85 करोड़ रुपये और जन सुराज पार्टी के 114 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 5.72 करोड़ रुपये है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कुल उम्मीदवारों में 36 फीसदी (463) की आयु 25 से 40 वर्ष के बीच की है।

51 फीसदी (669) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच बताई है। 13 प्रतिशत (169) उम्मीदवारों ने 61 से 80 वर्ष के बीच आयु घोषित की है। दो उम्मीदवारों की उम्र 80 वर्ष से भी अधिक है। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक 50 फीसदी (651) उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता स्नातक या उससे अधिक की है।

105 उम्मीदवार डिप्लोमा धारक, 105 साक्षर और आठ असाक्षर हैं। 40 फीसदी (519) उम्मीदवारों की शैक्षिक योग्यता 5वीं से 12वीं के बीच की है। वहीं, एडीआर ने पहले चरण में 121 में से 91 विधानसभा को रेड अलर्ट विधानसभा क्षेत्र घोषित किया गया है। इंडिया गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के घोषित उम्मीदवार तेजस्वी यादव, उनके बड़े भाई और जनशक्ति जनता दल के नेता तेज प्रताप यादव और भारतीय जनता पार्टी की मैथिली ठाकुर जहां से चुनाव लड़ रहीं हैं, वे सभी सीटें रेड अलर्ट विधानसभा घोषित किये गये हैं।

रेड अलर्ट निर्वाचन क्षेत्र उन विधानसभा क्षेत्रों को कहते हैं, जहां 3 या इससे अधिक उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मुकदमे की घोषणा की हो। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में कुछ ऐसे भी प्रत्याशी मैदान में हैं जिनकी जेब में नॉमिनेशन लायक भी रुपये नहीं हैं। एडीआर (एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स) और बिहार इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट बताती है कि 121 विधानसभा क्षेत्रों से नामांकन करने वाले कुल 1303 उम्मीदवारों में औसतन एक प्रत्याशी के पास 3.26 करोड़ रुपये की संपत्ति है।

लेकिन इस चमक के बीच कुछ उम्मीदवार ऐसे भी हैं जो गरीबी की हकीकत को जीते हुए लोकतंत्र की लड़ाई लड़ रहे हैं। सबसे गरीब उम्मीदवारों की सूची में दरभंगा से एसयूसीआई (सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया, कम्युनिस्ट) पार्टी के मोजाहिद आलम का नाम सबसे ऊपर है। उनके शपथपत्र के अनुसार, उनके पास कुल संपत्ति महज 1000 रुपये है।

दूसरे स्थान पर पटना के बाढ़ विधानसभा क्षेत्र से पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया के उम्मीदवार शत्रुधन वर्मा हैं, जिनकी कुल संपत्ति भी केवल 1000 रुपये दर्ज है। तीसरे स्थान पर मुजफ्फरपुर के मीनापुर से चुनाव लड़ रहे शिव कुमार यादव हैं, जिनकी कुल संपत्ति 2023 रुपये है।

ऐसे समय में जब राजनीति में धनबल और बाहुबल का प्रभाव बढ़ता जा रहा है, हजार रुपये की संपत्ति वाले ये उम्मीदवार लोकतंत्र की सादगी और ईमानदारी की मिसाल बनकर उभरे हैं। बिहार चुनाव का यह पहलू यह याद दिलाता है कि राजनीति केवल अमीरों का खेल नहीं, बल्कि आम लोगों के सपनों का मंच भी है।

Web Title: Bihar Assembly Elections First phase 121 seats 1303 candidates 432 tainted and 40% crorepatis rape cases against 2 candidates Jansuraj Party leads in criminal cases

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