Bihar Assembly Elections 2025:बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने अपनी सियासी गतिविधियों को बढ़ा दिया है। इस बीच महागठबंधन में राजद और कांग्रेस के बीच महत्वाकांक्षा की लड़ाई चरम पर पहुंच गई है। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद और कांग्रेस के नेता जिस तरह से एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं, उसे देखकर कहा जा सकता है दोनों दलों में समन्वय की कमी है। दरअसल, राजद के भीतर एक मजबूत धारा कांग्रेस को चुनावी भागीदारी में कमतर आंक रही है तो वहीं कांग्रेस के रणनीतिकारों का मानना है कि कांग्रेस की और उसका पुश्तैनी वोट वापस आने लगा है। यानी सवर्ण, मुस्लिम और दलित समाज एक समय कांग्रेस मजबूत वोट बैंक थे।
Bihar Assembly Elections 2025: बिहार कांग्रेस के नए प्रभारी कृष्णा अल्लावरू के तेवर देखकर तेजस्वी यादव हैरान
इसके लिहाज से कांग्रेस विधानसभा चुनाव में अब कम से कम 70 सीटों पर खम ठोकने का दावा करने लगी है। जबकि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का साफ कहना है कि जीतने वाले को टिकट दिया जाएगा। ऐसे में कहा जा रहा है कि राजद और कांग्रेस में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। इसी बीच बिहार कांग्रेस के नए प्रभारी कृष्णा अल्लावरू के तेवर देखकर तेजस्वी यादव हैरान हैं।
दोनों दल के नेता अलग- अलग दाव कर रहे हैं। दोनों पार्टियों के अंदर खींचतान चरम पर है। पहले जहां यह साफ था कि महागठबंधन के तरफ से सीएम फेस तेजस्वी यादव होंगे। उनके चेहरे को लेकर कोई विवाद नहीं था। लेकिन जब से कृष्णा अल्लावरू बिहार कांग्रेस के प्रभारी बने हैं तब से कांग्रेस के नेता राजद की टेंशन बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
Bihar Assembly Elections 2025: हर रोज कांग्रेस के नेता राजद की टेंशन बढ़ा रहे
बिहार कांग्रेस के नए प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने 2 मार्च को पटना में कहा था कि “कांग्रेस इस बार जनता की ’ए’ टीम बनकर चुनाव लड़ना चाहती है। हमारा मकसद मजबूती से चुनाव लड़ना है और पार्टी को मजबूत करना है। उनके इस बयान के बाद से बिहार के कांग्रेस नेताओं का तेवर बदल गया है। हर रोज कांग्रेस के नेता राजद की टेंशन बढ़ा रहे हैं।
अब घमासान भागलपुर के कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा के एक बयान से मच गया है। राजनीतिक गलियारों की माने तो राजद वर्ष 2020 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के स्ट्राइक रेट से राजद नेतृत्व खुश नहीं है। कांग्रेस 70 सीटों पर लड़ी और 19 सीटें जीती और भाकपा-माले 19 सीटों पर लड़ी और 12 पर जीत हासिल हुई।
Bihar Assembly Elections 2025: पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कांग्रेस कार्यकाल की भी जमकर आलोचना की
तब राजद के रणनीतिकारों का मानना था कि कांग्रेस को कम सीट देकर माले को ज्यादा सीटें देती तो महागठबंधन की सरकार बन जाती। आगामी विधानसभा 2025 की रणनीति में यह सोच हावी होते दिख भी रही है। यही वजह है कि राजद इन दिनों कांग्रेस को लेकर आलोचनात्मक रवैया अपना लिया है। विधान परिषद में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कांग्रेस कार्यकाल की भी जमकर आलोचना की।
इस बीच कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने कहा है कि हाल के विधानसभा चुनावों के खराब प्रदर्शन से सबक लेकर कांग्रेस नेतृत्व को बिहार में राजद और अन्य दलों के साथ गठबंधन पर तुरंत स्पष्टता लानी चाहिए। समय रहते समन्वय बैठकें शुरू कर देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 'हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद आगामी चुनाव विपक्ष के लिए और भी महत्वपूर्ण हो गया है।
Bihar Assembly Elections 2025: बिहार में भाजपा-जदयू गठबंधन को हराना बेहद जरूरी
यह न केवल राज्य में, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी महत्वपूर्ण है। कांग्रेस और हमारे सहयोगियों के लिए बिहार में भाजपा-जदयू गठबंधन को हराना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह उचित समय है कि हम गठबंधन की बारीकियों को अंतिम रूप देने के लिए समन्वय समितियों की बैठकें शुरू करें।
Bihar Assembly Elections 2025: राजद की सरकार इसबार बनेगी और वो मुख्यमंत्री बनेंगे
सिर्फ कांग्रेस ही नहीं, राजद को भी, हमारे गठबंधन के मुख्य दल के रूप में, गठबंधन की शुरुआती चुनावी तैयारी के लिए पहल करनी चाहिए। उधर, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने ऐलान कर दिया है कि उनके बेटे तेजस्वी यादव ही इस बार मुख्यमंत्री बनेंगे। खुद तेजस्वी ने भी यह दावा किया है कि राजद की सरकार इसबार बनेगी और वो मुख्यमंत्री बनेंगे।
उन्होंने जनता से अपील भी की है। वहीं राजद ने महिला और युवा मतदाताओं की तैयारी में जुट गई है। दरअसल, बिहार में आधी आबादी अर्थात महिला मतदाताओं की बड़ी भूमिका रहती है। महिला मतदाता यह तय करने में निर्णायक साबित होती हैं कि प्रदेश में सरकार किस गठबंधन की बनेगी। इसका प्रमाण पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद सामने आया है।
Bihar Assembly Elections 2025: महिलाओं को ‘माई-बहिन मान योजना’ के अंतर्गत 2500 रुपए प्रतिमाह
महिलाओं का मत प्रतिशत पुरुष वोट से अधिक रहा था। ऐसे में राजद ने महिला मतदाताओं को साधने के लिए अब खुला ऐलान किया है कि अगर उनकी सरकार बनती है तो महिलाओं को ‘माई-बहिन मान योजना’ के अंतर्गत 2500 रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे। राजद इसका प्रचार जोर-शोर से कर रही है।
इसी तरह युवा मतदाताओं को साधने की भी पूरी तैयारी राजद के अंदर चल रही है। तेजस्वी यादव ने रोजगार को शुरू से मुद्दा बनाया है। वो दावा करते रहे हैं कि बिहार में महागठबंधन सरकार में निकली बंपर बहाली और बांटे गए रोजगार उनके ही प्रयासों के देन हैं। हाल में बीपीएससी का दोबारा परीक्षा कराने को भी उन्होंने मुद्दा बनाया।
तेजस्वी यादव ने डोमिसाइल नीति को भी उठाया है। उन्होंने कहा है कि सरकार में आते ही वो 100 फीसदी डोमिसाइल लागू कर देंगे। पटना में युवा चौपाल कार्यक्रम में भी तेजस्वी यादव ने 100 प्रतिशत डोमिसाइल लागू करने की बात दोहराई।