बिहार विधानसभा चुनावः बीजेपी में 70 पार विधायकों की सबसे लंबी सूची, बेटिकट होंगे 30 फीसदी MLA, लिस्ट में मंत्री और कई वरिष्ठ भाजपा नेता
By एस पी सिन्हा | Updated: September 16, 2025 17:08 IST2025-09-16T17:07:13+5:302025-09-16T17:08:14+5:30
उम्रदराज विधायकों में डॉ. सीएन गुप्ता (छपरा, 78), अमरेंद्र प्रताप सिंह (आरा, 78), भागीरथी देवी (रामनगर, 75), अरुण कुमार सिन्हा (कुम्हरार, 74), राघवेंद्र प्रताप सिंह (बड़हरा, 73), रामप्रीत पासवान (राजनगर, 72), रामनारायण मंडल (जमुई, 72), नंदकिशोर यादव, विधानसभा अध्यक्ष (पटना साहिब, 72), वीरेंद्र सिंह (वजीरगंज, 72), डॉ. प्रेम कुमार, पूर्व मंत्री (गया, 70), जयप्रकाश यादव (नरपतगंज, 70) और श्रीराम सिंह (बगहा, 70) शामिल हैं।

file photo
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। चुनावी रणनीति तय करने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और पीएम मोदी इस सप्ताह बिहार का दौरा कर चुके हैं। इसके बाद अब भाजपा के दिग्गज नेता एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी आगामी 18 सितंबर को बिहार आ रहे हैं। इस बीच अमित शाह का यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, अमित शाह इस बार एनडीए में सीटों के बंटवारे और भाजपा में टिकटों के बंटवारे पर चर्चा कर सकते हैं। सूत्रों की मानें तो भाजपा इस बार 30 फीसदी विधायकों के टिकट काट सकती है।
दरअसल, 243 सदस्यीय विधानसभा में इस समय 65 वर्ष से अधिक उम्र वाले 68 विधायक मौजूद हैं, जिनमें से 31 की आयु 70 से 80 वर्ष के बीच है। भाजपा में 70 पार विधायकों की सबसे लंबी सूची है। इनमें कई बार के विधायक और मंत्री शामिल हैं। अमित शाह अपने दौरे पर भाजपा विधायकों की परफॉर्मेंस चेक करने वाले हैं।
इसमें विधायकों की जनसंपर्क क्षमता, क्षेत्र में पकड़, संगठन के साथ तालमेल और जनता में छवि का आकलन किया जाएगा। पार्टी का इस बार पार्टी का सबसे ज्यादा फोकस उन सीटों पर है, जहां पिछली बार कुछ वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। इस बार वहां पर नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है।
पार्टी के इंटरनल सर्वे में जिन विधायकों का प्रदर्शन खराब निकलेगा, उनका टिकट भी कट सकता है। दरअसल, भाजपा का लक्ष्य है कि बिहार में एनडीए की सीटें बढ़ाई जाएं और 2025 के विधानसभा चुनाव में फिर से सत्ता हासिल की जाए। चर्चा है कि कई सीटों पर युवा और ऊर्जावान चेहरों को उतारकर चुनावी समीकरण बदला जा सकता है। ऐसे में कई वरिष्ठ विधायक अपनी उम्मीदवारी बचाने के लिए अपने बेटे-बेटियों को आगे करने की कोशिश में जुट गए हैं।
बता दें कि भाजपा में सबसे ज्यादा उम्रदराज विधायकों में डॉ. सीएन गुप्ता (छपरा, 78), अमरेंद्र प्रताप सिंह (आरा, 78), भागीरथी देवी (रामनगर, 75), अरुण कुमार सिन्हा (कुम्हरार, 74), राघवेंद्र प्रताप सिंह (बड़हरा, 73), रामप्रीत पासवान (राजनगर, 72), रामनारायण मंडल (जमुई, 72), नंदकिशोर यादव, विधानसभा अध्यक्ष (पटना साहिब, 72), वीरेंद्र सिंह (वजीरगंज, 72), डॉ. प्रेम कुमार, पूर्व मंत्री (गया, 70), जयप्रकाश यादव (नरपतगंज, 70) और श्रीराम सिंह (बगहा, 70) शामिल हैं। इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि अभी टिकट पर कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है।