लाइव न्यूज़ :

बिहार विधानसभा चुनावः डेढ़ दर्जन छोटी पार्टियां, औंधे मुंह गिरी, चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा और पुष्पम प्रिया चौधरी का बुरा हाल

By एस पी सिन्हा | Updated: November 10, 2020 20:11 IST

चुनाव में छोटी पार्टियों को 10 से ज्यादा सीट मिलती नही दिख रही हैं. इस चुनाव में पुष्पम प्रिया चौधरी की द प्लूरल्स पार्टी सबसे नई पार्टी है. पुष्पम प्रिया चौधरी ने तो बकायदा खुद को मुख्यमंत्री का दावेदार बताया था और वो दो सीटों से चुनाव लड़ रही हैं, लेकिन उनकी पार्टी को जमानत भी बचा पाना मुश्किल हो गया.

Open in App
ठळक मुद्दे चुनाव परिणाम को देखकर ऐसा लगता है कि अधिकतर छोटी पार्टियां इस चुनाव में औंधे मुंह गिरी हैं.उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी इस चुनाव में 134 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी. आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन 20, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी 5 और जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) 5 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं.

पटनाः बिहार विधानसभा के चुनाव सभी छोटी पार्टियों ने जीत का दावा किया था. लेकिन चुनाव परिणाम को देखकर ऐसा लगता है कि अधिकतर छोटी पार्टियां इस चुनाव में औंधे मुंह गिरी हैं.

इस बार के चुनाव में छोटी पार्टियों को 10 से ज्यादा सीट मिलती नही दिख रही हैं. इस चुनाव में पुष्पम प्रिया चौधरी की द प्लूरल्स पार्टी सबसे नई पार्टी है. पुष्पम प्रिया चौधरी ने तो बकायदा खुद को मुख्यमंत्री का दावेदार बताया था और वो दो सीटों से चुनाव लड़ रही हैं, लेकिन उनकी पार्टी को जमानत भी बचा पाना मुश्किल हो गया.

इसके अलावा कई और पार्टियां हैं, जिनमें उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी इस चुनाव में 134 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी. इनके अलावा सुश्री मायावती की पार्टी बसपा 80 सीटों पर, समाजवादी जनता दल डेमोक्रेटिक 25, सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन 20, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी 5 और जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) 5 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं. ये सभी पार्टियां ग्रांड डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट के बैनतर तले चुनाव लड रही थी.

इन पार्टियों के अलावा पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक), आजाद समाज पार्टी, बहुजन मुक्ति पार्टी, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया, लोकतांत्रिक जनता दल समेत कई छोटी पार्टियां शामिल हैं. हालाकि सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन सीमांच में अपना दमखम दिखाती नजर आ रही है. इसके अलावा राष्ट्रीय लोक समता पार्टी इस चुनाव में 134 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं, पार्टी के अध्यक्ष ने तो खुद को मुख्यमंत्री का दावेदार बताया है. लेकिन इस चुनाव परिणाम में सबकी स्थिती बुरी दिखाई दे रही है. 

टॅग्स :बिहार विधान सभा चुनाव 2020उपेंद्र कुशवाहाअसदुद्दीन ओवैसीमायावतीचिराग पासवानपुष्पम प्रिया चौधरी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतकांग्रेस के 6 में से 4 विधायक जदयू के संपर्क में?, चिराग पासवान ने कहा-महागठबंधन के ‘कई विधायक’ संपर्क में, NDA में आने को आतुर?

भारतबहुजन समाज में बसपा के घटते प्रभाव को थामने की तैयारी में मायावती, लखनऊ के बाद अब नोएडा में करेंगी शक्ति प्रदर्शन

भारतबिहार: अपने बेटे दीपक प्रकाश को मंत्री बनवाकर चर्चा के केन्द्र में आ गए उपेन्द्र कुशवाहा, ट्रोलर्स को दिया जवाब

ज़रा हटकेसासाराम विधानसभाः निर्दलीय प्रत्याशी रामायण पासवान के काउंटिंग एजेंट थे दीपक प्रकाश?, उम्मीदवार की जमानत जब्त, नीतीश सरकार में मंत्री बने, तस्वीरें वायरल

भारतसवाल पूछते ही भड़के दीपक प्रकाश?, हमारा हर एक मिनट जनता के विकास में, समय क्यों बर्बाद कर रहे हैं?

भारत अधिक खबरें

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतIndiGo Flight Cancel: इंडिगो संकट के बीच DGCA का बड़ा फैसला, पायलटों के लिए उड़ान ड्यूटी मानदंडों में दी ढील

भारतरेपो दर में कटौती से घर के लिए कर्ज होगा सस्ता, मांग बढ़ेगी: रियल एस्टेट