पटनाः बिहार चुनाव में एक बार फिर बहस घोषणा पत्र चर्चा में है. विधानसभा चुनाव के रण में बाजी मारने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने वादों की लंबी चौड़ी फेहरिस्त जनता के सामने रख दी है.
राजद, कांग्रेस, लोजपा, भाजपा और जदयू सहित तमाम पार्टियों ने अपने-अपने घोषणापत्रों में वादों की झड़ी लगा दी है. सभी दलों ने जनता को सपने दिखाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा है. कोई 10 लाख नौकरी का वादा कर रहा है तो कोई सीता मैया का मंदिर बनवाने का वचन दे रहा है. वादों की लंबी फेहरिस्त से जनता भी यह समझ नहीं पा रही है कि यह सब पूरा कैसे होगा?
बिहार में हर दल के नेता अपने किये वादों को पूरा करने का रोड मैप तैयार कर बैठे हैं. अब बाजी किस दल के हाथ जायेगी, यह तो 10 नवंबर को ही पता चलेगा. इस बार के विधानसभा चुनाव में राजद ने 10 लाख नौकरी देने का वादा कर एक ट्रेंड सेट कर दिया. भाजपा से लेकर कांग्रेस तक के घोषणा पत्रों में रोजगार को प्रमुखता मिली है.
भाजपा ने राजद के 10 लाख नौकरी देने के मुकाबले 19 लाख नौकरी देने का वादा किया है. वही कोरोना का मुफ्त टीकाकरण की बात भी कही है. राजद के घोषणा पत्र से पहले महागठबंधन का संपकल्प पत्र जनता के सामने आया. महागठबंधन ने नवरात्र के पहले दिन अपना संकल्प जारी किया. जिसे बदलाव के संकल्प पत्र का नाम दिया गया है.
राजद के साथ-साथ कांग्रेस और वाम दलों ने एक प्रकार से इसे सरकार चलाने का साझा कार्यक्रम बताया. सभी ने अपनी-अपनी प्रथामिकताएं तय की. इसतरह से राज्य में प्रमुख विपक्षी दल राजद ने अपने घोषणा पत्र में बेरोजगारी को प्रमुख मुद्दा बनाया है और नौकरी देने के वादे को सबसे ऊपर रखा है. राजद ने नियोजित शिक्षकों और मनरेगा कर्मियों को भी लुभाने की भरसक कोशिश की है.
कांग्रेस जूनियर पार्टनर के तौर मैदान में है और 70 सीटों पर किस्मत आजमा रही
बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जूनियर पार्टनर के तौर मैदान में है और 70 सीटों पर किस्मत आजमा रही है. कांग्रेस ने अपना महागठबंधन से अलग एक घोषणापत्र जारी किया, जिसे पार्टी ने बिहार बदलाव पत्र नाम दिया है. कांग्रेस ने किसानों से तमाम लोकलुभावने वादे किए हैं. कांग्रेस के इस घोषणा पत्र में 10 लाख युवाओं को रोजगार और जिन लोगों को रोजगार नहीं मिलेगा, उन्हें 1500 रुपये मासिक दिए जाएंगे की बात लिखी है.
इसके बाद केन्द्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने पटना में भाजपा के '5 सूत्र, एक लक्ष्य, 11 संकल्प' के विजन डाक्यूमेंट को जारी किया. भाजपा ने अपने घोषणापत्र में कहा है कि एक हजार नए किसान उत्पाद संघों को आपस में जोड़कर राज्यभर के विशेष सफल उत्पाद, (जैसे- मक्का, फल, सब्जी, चूड़ाडा, मखाना, पान, मशाला, शहद, मेंथा, औषधीय पौधों के लिए सप्लाई चेन विकसित करेंगे) और 10 लाख रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे. भाजपा ने संकल्प पत्र में कई लोकलुभावने वादे किए हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए लोजपा ने विजन डाक्यूमेट जारी किया
वहीं, बिहार विधानसभा चुनाव के लिए लोजपा ने विजन डाक्यूमेट जारी किया. लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने घोषणा पत्र के तौर पर डाक्यूमेंट जारी करते हुए सीता मैया का भव्य मंदिर बनाने का वादा किया. बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के लागू होने से सभी महिलाओं को मुफ्त में बस यात्रा की सुविधा मिलेगी. अनुसूचित जाति-जनजाति छात्रावास को वाई-फाई, लाइब्रेरी, मेस, खेलकूद सामग्री, व सुरक्षा गार्ड के साथ आधुनिक बनाने का वादा. इसके पहले एनडीए ने बिहार चुनाव को लेकर अपना रिपोर्ट कार्ड जरूर जारी किया था.
रिपोर्ट कार्ड में सबसे पहले जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और अयोध्या में राम मंदिर की नींव रखने को शामिल किया गया है. जबकि मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से आजादी दिलाने को भाजपा ने अपनी वैचारिक पृष्ठभूमि को नया आयाम देना बताया है. जबकि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जदयू ने भाजपा से अलग अपना चुनाव घोषणापत्र जारी किया.
जदयू ने 'सक्षम बिहार-स्वावलंबी बिहार' के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सात निश्चय पार्ट-2 कार्यक्रम को लागू करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई है. युवा शक्ति बिहार की प्रगति, सशक्त महिला, सक्षम महिला, हर खेत में सिंचाई का पानी, स्वच्छ गांव, समृद्ध गांव, स्वच्छ शहर, विकसित शह. सुलभ संपर्कता सबके लिए स्वास्थ्य सुविधा. इसके साथ ही युवाओं को प्रशिक्षण की व्यवस्था के साथ व्यवसाय लगाने के लिए 3 लाख की मदद, लडकियों को इंटर पास के बाद 25 हजार, स्नातक होने पार 50 हजार की मदद देने का ऐलान किया गया है.