Lok Sabha Elections 2024 : अलीगढ़ सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला, अखिलेश ने यहां जनता से मोदी-योगी सरकार से विकास कार्यों का हिसाब मांगने की अपील की
By राजेंद्र कुमार | Published: April 23, 2024 07:53 PM2024-04-23T19:53:26+5:302024-04-23T19:54:27+5:30
Uttar Pradesh Lok Sabha Elections 2024: अखिलेश यादव ने अलीगढ़ की जनता से मोदी-योगी सरकार से कराए गए विकास कार्यों का हिसाब मांगने की अपील की।
लखनऊ: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में अलीगढ़ में मतदान होना है। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ की जनता से कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण की फैक्ट्री पर ताला लगाने की अपील की थी। सोमवार को उसी अलीगढ़ में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर जमकर हमला बोला।
अखिलेश यादव ने अलीगढ़ की जनता से मोदी-योगी सरकार से कराए गए विकास कार्यों का हिसाब मांगने की अपील की। उन्होंने कहा कि 10 साल कोई छोटा-मोटा समय नहीं होता है, बहुत लंबा समय होता है, लेकिन इन दस वर्षों में कराए गए विकास कार्यों का मोदी-योगी सरकार जिक्र नहीं कर रही है। बल्कि यह लोग नफरत फैलाने में जुटे हैं। यहीं नहीं यह लोग रोजगार देने की बात नहीं कर रहे। बढ़ती महंगाई पर नहीं बोल रहे हैं, बोल रहे हैं तो बस झूठ बोल रहे हैं।
यह दावा करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि एक ऐसा ताला बनाओ जो भाजपा के गलत मंसूबों पर हमेशा हमेशा के लिए लगा दिया जाए। नफरत फैलाने वालों पर ऐसा ताला लगा देना जैसा कि हमेशा हमेशा के लिए नफरत बंद हो जाए। अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि मोदी-योगी सरकार ने नौजवानों का एक तिहाई जीवन बर्बाद कर दिया है, ये सरकारें आपके जीवन से खिलवाड़ कर रही हैं। अग्निवीर जैसी व्यवस्था कर दी है। यह व्यवस्था आधी अधूरी है, यह कोई पक्की नौकरी नहीं है।
उन्होंने कहा, हमारा नौजवान पक्की नौकरी चाहता है। सत्ता में आने पर हम आपको पक्की नौकरी देंगे। योगी सरकार ने हो रहे पेपर लीक पर अंकुश लगाएंगे, ताकि नौजवानों का भविष्य बर्बाद ना हो। अखिलेश यादव अलीगढ़ में पार्टी प्रत्याशी बिजेंद्र सिंह के लिए चुनाव प्रचार करने आए थे।
अलीगढ़ सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला :
उत्तर प्रदेश का अलीगढ़ शहर, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और शिक्षा के केंद्र के रूप में दुनियाभर में मशहूर है। इस शहर के विश्व विख्यात ताला कारोबार के चलते इसे ताला नगरी भी कहा जाता है। अलीगढ़ भले ही मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र माना जाता हो, लेकिन वर्ष 1957 के बाद से आज तक यहां से एक भी मुस्लिम उम्मीदवार विजयी नहीं हुआ है। फिलहाल अलीगढ़ संसदीय सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सतीश गौतम चुनावी जीत की हैट्रिक लगाने के लिए फिर से चुनाव मैदान में हैं।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने यहां मुस्लिम प्रत्याशी गुफरान नूर का टिकट काटकर भाजपा से ही आए हितेंद्र कुमार को टिकट दिया है, जबकि सपा से जाट बिरादरी के बिजेंद्र सिंह चुनाव मैदान में है। इस सीट पर भी मुस्लिम वोटर निर्णायक भूमिका निभाते हैं, इसके चलते इस बात यहां मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है।
बसपा से ब्राह्मण प्रत्याशी और सपा के जाट प्रत्याशी उतारने के चलते भाजपा के सतीश गौतम की टेंशन बढ़ गई है। 4 लाख मुस्लिम वोटरों वाली इस सीट पर जाट, जाटव, गुर्जर के साथ ही ब्राह्मण-ठाकुर वोटरों की तादाद भी समीकरण तय करती है। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होता हुआ दिख रहा है।