कोरेगांव भीमा युद्ध की 202वीं बरसी पर इलाके में इंटरनेट बंद, 'जय स्तंभ' के निकट सुरक्षा चाक-चौबंद
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 1, 2020 10:23 AM2020-01-01T10:23:35+5:302020-01-01T10:23:35+5:30
महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री अजित पवार भी भीमा कोरेगांव स्थित विजय स्तंभ पहुंचे और श्रद्धासुमन अर्पित किए।
1 जनवरी को भीमा कोरेगांव युद्ध की 202वीं बरसी है। प्रशासन ने ऐहतियातन इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया है। बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। इस बीच महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री अजित पवार भी भीमा कोरेगांव स्थित विजय स्तंभ पहुंचे और श्रद्धासुमन अर्पित किए। जानकारी के मुताबिक, मंत्री नितिन राउत और केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले भी भीमा कोरेगांव पहुंचेंगे।
पुणे के पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल ने बताया कि पुलिस ने 250 वाट्सएप ग्रुप को नोटिस भेजा है। इसके अलावा 15 फेसबुक अकाउंट्स बंद कर दिए गए हैं। वहीं, सुरक्षा व्यवस्था में 10 हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
पुणे पुलिस ने एक जनवरी को कोरेगांव-भीमा युद्ध की 202वीं सालगिरह से पहले दक्षिणपंथी नेताओं मिलिंद एकबोटे और संभाजी भिड़े समेत करीब 160 लोगों को नोटिस जारी किया है। इन सभी के जिले में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। एकबोटे को पिछले साल एक जनवरी को कोरेगांव भीमा युद्ध के 200 साल पूरे होने के अवसर पर एक कार्यक्रम में गांव में लोगों को उकसाने और हिंसा भड़काने के सिलसिले में मार्च 2018 में गिरफ्तार किया गया था। भिड़े के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया और प्राथमिकी में उनका नाम दर्ज है।
पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल ने कहा, ''अब तक हमने भिड़े और एकबोटे समेत 163 लोगों को नोटिस जारी किए हैं और जिले में उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। एहतियात के तौर पर ये नोटिस हर उस व्यक्ति को जारी किए गए हैं जिनके खिलाफ हिंसा के संबंध में मामला दर्ज है।''
जिला प्रशासन पेरणे गांव के पास 'जय स्तंभ' के ईद-गिर्द व्यापक बंदोबस्त कर रही है। वहां लाखों लोग कोरेगांव भीमा युद्ध की बरसी पर श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल जुटते हैं। एक जनवरी 2018 को कोरेगांव भीमा युद्ध के 200 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इसमें एक व्यक्ति की जान चली गई थी। हिंसा के संबंध में मार्च 2018 में गिरफ्तार किए गए एकबोटे फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। भिड़े के खिलाफ इस संबंध में मामला दर्ज किया गया था, लेकिन गिरफ्तारी कभी नहीं हुई।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से इनपुट्स लेकर