पुणे, 07 जून: भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में बुधवार को नामी दलित कार्यकर्ता सुधीर धावले, रोना जैकब विल्सन सहित पांच लोगों की गिरफ्तारियां हुई हैं, जिसेक बाद यह मामला फिर गर्माने लगा है और राजनीति शुरू होने लगी है। गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रवक्त संबित पात्रा ने कांग्रेस पर करारा हमला बोला और एक पत्र जारी कर इस मामले में बेनकाब करने की बात कही।
उन्होंने भीमा कोरेगांव हिंसा के आरोपी रोना जैकब विल्सन के घर से मिला एक पत्र जारी कर कहा, 'इस लेटर का मतलब ये निकलता है कि कैसे हिंसा के लिए तैयारी की जाती है। भीमा कोरेगांव की घटना 31 दिसंबर 2017 को शुरू हुई और एक जनवरी 2018 को समाप्त हुई। यह पत्र उसी समय का है।'
इस मामले में पुलिस ने बताया कि 8 जनवरी को जो एफआईआर दर्ज की गई उनमें कई आरोपी ऐसे भी हैं, जिनका पहले भी नक्सलियों के साथ संबंधों को लेकर नाम सामने आ चुका है। हम उनके जुड़े तारों की जांच कर रहे थे और इस संबंध में, हमने उनमें से कुछ के घरों पर छापा भी मारा। कोरेगांव हिंसा के आरोपी रोना जैकब विल्सन को दिल्ली के मुनीरिका स्थित डीडीए फ्लैट से गिरफ्तार किया था।
शनिवारवडा में 31 दिसंबर को भीमा कोरेगांव लड़ाई के 200 साल पूरे होने के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम (एल्गार परिषद) में गुजरात के विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी, जेएनयू के छात्र नेता उमर खालिद, रोहित वेमुला की मां राधिका वेमुला और भारिप बहुजन महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने भी हिस्सा लिया था। केकेएम के सदस्यों के खिलाफ तुषार दमगुडे ने शिकायत दर्ज करायी थी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुधीर धावले, सागर गोरखे, हर्षाली पोतदार, रमेश गेचोर, दीपक डेंगले और ज्योति जगतप के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी ।लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर के सब्सक्राइब करें !