लॉकडाउन में साइकिल पर घूमने निकले डीएम, महिला कांस्टेबल ने कहा- घर पर रहो भाई, कहां जा रहे हो
By दीप्ती कुमारी | Published: May 19, 2021 04:00 PM2021-05-19T16:00:06+5:302021-05-19T16:00:06+5:30
राजस्थान के भीलवाड़ा के डीएम शिवप्रसाद एम नाकते ने जिला में लॉकडाउन का जायजा लेने के लिए साइकिल पर सवार होकर इलाके का दौरा किया । महिला कांस्टेबल ने रोककर पूछा , कहां जा रहे हो, घर पर रहो भाई ।
जयपुर : देश में कोरोना महामारी से बचाव के लिए लॉकडाउन बेहद जरूरी है । इसके मद्देनजर राजस्थान के वस्त्र नगर भीलवाड़ा जिला में कोरोना से बचाव के लिए लॉकडाउन लागू किया गया है । लॉकडाउन का सही रूप से पालन हो रहा है या नहीं इसका जायजा लेने के लिए खुद वहां के डीएम साइकिल पर सवार होकर निकले लेकिन जिला कलेक्टर को रास्ते में एक महिला कॉन्स्टेबल ने रोक लिया । महिला कॉन्स्टेबल ने साइकिल पर सवार कलेक्टर से पूछा कि ''कहां जा रहे हो'' लेकिन जब उसे पता चला कि यह कलेक्टर साहब है तो वह थोड़ा घबरा गई । डीएम ने कॉन्स्टेबल को उनकी कार्यशैली और तत्परता के लिए शाबाशी दी और अपना काम इसी निष्ठा के साथ करने को कहा ।
साइकिल पर घूमने निकले कलेक्टर
दरअसल मंगलवार को जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नाकते शहर में लॉकडाउन का जायजा लेने के लिए सुबह-सुबह साइकिल पर सवार होकर निकल गए। हालांकि पुलिस को इस बात की खबर थी कि डीएम लॉकडाउन का जायजा लेने के लिए शहर का दौरा कर रहे हैं लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि वह इस तरह से साइकिल पर घूम रहे हैं । इस दौरान रास्ते में गुलमंडी इलाके में ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिसकर्मी निर्मला स्वामी ने टी-शर्ट पहने कलेक्टर को पहचान नहीं पाई और उन्होंने उनको रोक लिया और कलेक्टर वहीं रुक गए ।
घबरा गई महिला कॉन्स्टेबल
कांस्टेबल निर्मला नहीं डीएम शिव प्रसाद को पूछा कि आप कहां जा रहे हो, घर में रहो भाई । इस दौरान कलेक्टर के पीछे आ रहे गनमैन ने धीरे से कहा कि मैडम किसी रोक रही है, यह साहब है । इतने में ही जिला कलेक्टर शिवप्रसाद नकाते बोले- मैं डीएम हूं । इस पर कॉन्स्टेबल थोड़ा घबरा गई लेकिन कलेक्टर नकाते ने महिला कॉन्स्टेबल के इस व्यवहार को बेहद सामान्य तरीके से लेते हुए उनकी मुस्तैदी की सराहना की और उन्हें शाबाशी दी । उसके बाद कलेक्टर विभिन्न नाकों से होते हुए पुलिस जवानों से मिले ।
न्यूज 18 की खबर के अनुसार, महिला कांस्टेबल ने कहा कि वह और उनका बेटा दोनों कोरोना पॉजिटिव हो चुके है इसलिए वह नहीं चाहती है कि कोई और भी कोरोना की चपेट में आए । निर्मला का कहना है कि आंकड़े कम हुए हैं , कोरोना नहीं । वह कोरोना के दर्द को जानती है । वह लोगों से अपील कर रही है कि घर में रहे । निर्मला कहती है कि सोचने वाली बात है कि कलेक्टर साहब को क्या पड़ी है कि वह सुबह सुबह सड़कों पर घूम कर समझा रहे हैं । हमें महामारी की गंभीरता को समझना चाहिए ।