भारत बंद ने लिया हिंसक रूप, भिंड-मुरैना में 4 की मौत के बाद कर्फ्यू
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: April 2, 2018 17:09 IST2018-04-02T08:35:04+5:302018-04-02T17:09:34+5:30
अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवावरण अधिनियम (एससी/एसटी एक्ट) को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के विरोध में दलित और आदिवासी संगठनों ने आज (2 अप्रैल) भारत बंद का ऐलान किया है।

भारत बंद ने लिया हिंसक रूप, भिंड-मुरैना में 4 की मौत के बाद कर्फ्यू
नई दिल्ली(2 अप्रैल): अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवावरण अधिनियम (एससी/एसटी एक्ट) को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के विरोध में दलित और आदिवासी संगठनों ने आज (2 अप्रैल) भारत बंद का ऐलान किया है। पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने एससी/एसटी एक्ट का गलत इस्तेमाल होने पर चिंता जाहिर करते हुए इसमें कुछ बदलाव किए थे। कोर्ट के इस फैसले पर दलित संगठन कानून को कमजोर करने की दलील दे रहे हैं और लगातार विरोध में आवाज उठा रहे हैं।
भारत बंद लाइव अपडेट
- अलग अलग घटनाओं में अब तक चार की मौत की खबर है। मामला हिंसक होने से देशभर में दहशत का माहौल है।
-मध्यप्रदेश के मुरैना में फायरिंग की भी खबर है, यहां एक व्यक्ति की मौत हो गई है. जिसके बाद इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं, भिंड में भी स्थिति तनावपूर्ण बना हुआ है।
- गाजियाबाद में रेलवे ट्रैक पर बड़ी तादाद में दलित प्रदर्शनकारी जमा हुए, जिसके चलते इस रूट से आने वाली तमाम ट्रेन रुकी हुई हैं
- हापुड़ में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया है. आरोप है कि भारत बंद के समर्थन में सड़कों पर उतरे लोगों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की, जिसके बाद लाठीचार्ज किया गया।
#WATCH#BharatBandh over SC/ST protection act:Shots fired during protests in Madhya Pradesh's Gwalior pic.twitter.com/p8mW36qL0s
— ANI (@ANI) 2 April 2018
- मेरठ में दिल्ली-देहरादून हाइवे पूरी तरह से बंद हो गया है, इसके अलावा 2 बसों को भी आग के हवाले कर दिया गया है।
- प्रदर्शनकारियों ने मेरठ में कंकरखेड़ा थाने की शोभापुर पुलिस चौकी को फूंक दिया है, इसके अलावा कई वाहनों में भी आग लगाई गई है।
WATCH: Protesters resort to stone pelting in Bhind during #BharatBandh over the SC/ST Protection Act. #MadhyaPradeshpic.twitter.com/40KmhV3Ckm
— ANI (@ANI) 2 April 2018
- यूपी के आगरा के थाना एत्मादुद्दौला के टेढ़ी बगिया पर दलित समाज के लोगों ने आगरा अलीगढ़ हाईवे किया जाम। दुकानों को जबरन बंद कराया जा रहा है।
- राजस्थान के भरतपुर में महिलाएं लाठियां लेकर सड़कों पर उतरीं और जाम लगा दिया। वहीं, बाड़मेर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प भी देखने को मिली, जिसमें पुलिस समेत करीब 25 लोग घायल हो गए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया।
#BharatBandh over SC/ST protection act: Protest turns violent in Barmer, cars and property damaged. #Rajasthanpic.twitter.com/gZ0rtMSeg5
— ANI (@ANI) 2 April 2018
#BharatBandh over SC/ST protection act: Scuffle between protesters and Police in Ranchi #Jharkhandpic.twitter.com/6QCPjVT6KT
— ANI (@ANI) 2 April 2018
- बिहार के अररिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, जहानाबाद और आरा में भीम सेना के रेल रोकी और सड़कों पर जाम लगा दिया।
- दलित संगठन से जुड़े लोगों ने सोमवार तड़के उड़ीसा के संभलपुर में रेल पटरियों पर जमा हो गए और ट्रेनों की आवाजाही रोक दी।
-बिहार के अररिया और ओडिशा के संभलपुर में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनें रोक दी हैं।
-इस बंद का आह्वान दलित संगठन संविधान बचाओ संघर्ष समिति ने किया था. जिसके बाद दूसरे संगठन भी इसमें शामिल हो गए।
#BharatBandh over SC/ST protection act: Protesters stop train at Forbesganj Junction. #Biharpic.twitter.com/NZr0LlTFQ6
— ANI (@ANI) 2 April 2018
Movement of train in #Odisha's Sambalpur blocked by protesters against Supreme Court's decision on SC/ST Protection Act #BharatBandhpic.twitter.com/8z5NOM7onJ
— ANI (@ANI) 2 April 2018
पंजाब के भी कई संगठनों ने इस बंद में शामिल होने फैसला लिया है। जिसे देखते हुए पंजाब सरकार ने सार्वजनिक परिवहन सेवा के साथ ही, सारे शैक्षिक संस्थान और मोबाइल सेवा बंद करने का फैसला लिया है। मुख्य सचिव करण ए सिंह ने रक्षा विभाग को चिट्ठी लिखी है कि अगर बंद के दौरान हालात बिगड़ने पर पंजाब सरकार को सेना की मदद की जरूरत हो तो वो तैयार रहें। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि सोमवार को इराक में मृतक भारतीयों के अवेशष आएंगे। उन्होंने अपील की उनके साथ कोई छेड़छाड़ ना की जाए।
सीबीएसई की परीक्षाएं टली
सीबीएसई ने भारत बंद को देखते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। बोर्ड ने 2 अप्रैल को पंजाब में होने वाली सभी परीक्षाओं को टाल दिया है। हालांकि यह परीक्षाएं दोबारा कब होंगी इसकी घोषणा नहीं की गई है। इसबीच, गहलोत ने शीर्ष न्यायालय के फैसले का विरोध कर रहे विभिन्न संगठनों और लेागों से शुक्रवार को अपना प्रदर्शन वापस लेने की अपील की। वहीं राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने फैसले पर पुनर्विचार की मांग करते हुए कहा कि मूल अधिनियम को बहाल किया जाना चाहिए।