बंगाल चुनाव: हिंसा की छिटपुट घटनाएं, 1 बजे तक 41 प्रतिशत मतदान, शुभेंदु अधिकारी के छोटे भाई पर हमला

By भाषा | Published: March 27, 2021 01:38 PM2021-03-27T13:38:43+5:302021-03-27T14:04:29+5:30

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के तहत पहले चरण की वोटिंग जारी है। कुछ जगहों पर हिंसा की खबरें भी आई हैं।

Bengal elections: sporadic incidents of violence, 36.09 percent voting till 11 am | बंगाल चुनाव: हिंसा की छिटपुट घटनाएं, 1 बजे तक 41 प्रतिशत मतदान, शुभेंदु अधिकारी के छोटे भाई पर हमला

पश्चिम बंगाल: पहले चरण की वोटिंग जारी (फोटो-एएनआई)

Highlightsशुभेंदु अधिकारी के छोटे भाई सौमेंदु पर कांठी में तृणमूल समर्थकों के हमले का आरोपघटना के संबंध में तीन लोग गिरफ्तार, टीएमसी का मामले में शामिल होने से इनकारपश्चिम बंगाल में आज 30 सीटों पर 191 उम्मीदवारों के भाग्य का होना है फैसला

मिदनापुर/कोलकाता/कांठी: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण में शनिवार दोपहर 1 बजे तक 40.73 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। इस दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुईं, लेकिन कुल मिलाकर माहौल शांतिपूर्ण रहा है।

अधिकारियों ने बताया कि राज्य में कड़ी सुरक्षा के बीच 30 सीटों पर मतदान हो रहा है, जिनमें से ज्यादातर सीटें कभी नक्सल प्रभावित इलाका रहे जंगल महल में हैं।

निर्वाचन आयोग (ईसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘पूर्वाह्न 11 बजे तक 36.09 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान अभी तक मुख्य रूप से शांतिपूर्ण रहा है।’’

पुरुलिया में सभी नौ सीटों, बांकुड़ा में चार, झाड़ग्राम में चार, पश्चिमी मेदिनीपुर में छह सीटों और पूर्व मेदिनीपुर में सात सीटों पर कोविड-19 संबंधी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए मतदान कराया जा रहा है।

पूर्व मेदिनीपुर में सर्वाधिक 38.89 प्रतिशत, इसके बाद झाड़ग्राम में 37.07 प्रतिशत और बांकुड़ा में 36.38 प्रतिशत मतदान हुआ। पश्चिम मेदिनीपुर में 35.50 प्रतिशत और पुरुलिया में 33.58 प्रतशित मतदान हुआ।

मेदिनीपुर के कांठी दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र में ईवीएम मशीन खराब

पूर्व मेदिनीपुर के कांठी दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं ने ईवीएम मशीनों में खराबी आने पर एक मतदान केंद्र के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने माजना में मतदान केंद्र के बाहर सड़क बाधित की और आरोप लगाया कि वीवीपीएटी पर्चे में दिख रहा है कि उन्होंने जिस पार्टी के लिए मतदान किया है, उसके बजाए मत किसी अन्य पार्टी को पड़ा है।

निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि हालात को नियंत्रण में करने के लिए घटनास्थल पर केंद्रीय बलों का एक दल तैनात किया गया है।

शुभेंदु अधिकारी के छोटे भाई पर हमला!

भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि उसके नेता शुभेंदु अधिकारी के छोटे भाई सौमेंदु पर कांठी में तृणमूल समर्थकों ने हमला किया और उनकी कार में तोड़फोड़ की गईं। पार्टी ने आरोप लगाया कि इस हमले में सौमेंदु का चालक घायल हो गया।

पुलिस ने बताया कि इसी जिले के सालबोनी इलाके में तृणमूल समर्थकों ने माकपा उम्मीदवार सुशांत घोष से कथित तौर पर हाथापाई की और उनके वाहन पर पथराव किया।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैसे ही घोष सालबोनी बाजार पहुंचे तो कुछ तृणमूल समर्थकों ने उनका घेराव कर लिया और उनसे हाथापाई की। इसके बाद उन्होंने घोष की कार पर भी हमला किया।

इलाके में तैनात पुलिस कर्मियों ने उन्हें बचाया और सुरक्षित निकाल कर ले गए। वाम मोर्चा सरकार में मंत्री रहे घोष ने कहा, ‘‘यह लोकतंत्र पर हमला है। जंगल राज चल रहा है।’’

टीएमसी का घटना में शामिल होने से इनकार

घटना की रिपोर्टिंग कर रहे कुछ पत्रकारों से भी हाथापाई की गई। चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि घटना के संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और जिला प्रशासन से एक रिपोर्ट मांगी गई है। तृणमूल ने इसमें किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है।

इस बीच, पुलिस ने बताया कि पश्चिम मेदिनीपुर जिले के बेगमपुर इलाके में एक व्यक्ति मृत पाया गया है। उसकी उम्र 30 वर्ष के आसपास बताई जा रही है। उन्होंने बताया कि उसकी पहचान मंगल सोरेन के रूप में की गई है। उसका शव उसके घर के बाहर बरामद किया गया।

भाजपा ने दावा किया कि सोरेन उसका समर्थक था और तृणमूल के ‘‘गुंडों’’ ने कथित तौर पर उसकी हत्या की। हालांकि सत्तारूढ़ पार्टी ने इस आरोप को खारिज किया है।

मतदान शुरू होने से पहले ही कई मतदान केंद्रों के बाहर लंबी कतारें देखी गई। कई लोग गर्मी से बचने और बाद में हिंसा हो सकने की आशंका के कारण सुबह-सुबह ही मतदान के लिए पहुंचे।

मेदिनीपुर और एग्रा के भगवानपुर समेत कई इलाकों के मतदाताओं ने केंद्रीय बलों से उन्हें धमकाए जाने की शिकायत की। बलों ने उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया और वे उन्हें मतदान केंद्र लेकर गए।

इसके अलावा, भाजपा और तृणमल पर मतदाताओं को भोजन के पैकेट, चाय और नाश्ता देकर उन्हें प्रभावित करने की कोशिश करने के आरोप लगे हैं।

निर्वाचन आयोग (ईसी) के अधिकारी ने बताया कि अभी तक 107 ईवीएम के काम न करने का पता चला है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सेक्टर अधिकारियों ने 47 ईवीएम को फिर से चालू कर दिया है और बाकी को ठीक किया जा रहा है।’’

तृणमूल कांग्रेस ने कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम में गड़बड़ी और आयोग की मोबाइल ऐप पर मतदाताओं की संख्या संबंधी आंकड़ों के ऊपर-नीचे होने पर चिंता जताई ।

कोरोना के बावजूद बिना मास्क के दिखे पार्टियों के कार्यकर्ता

कोरोना वायरस के फिर से फैलने के बावजूद ज्यादातर मतदाताओं और राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को बिना मास्क लगाए देखा गया। कुछ मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को मास्क दिए गए जबकि ज्यादातर जगहों पर सैनेटाइजर और पॉलिथीन दस्ताने दिए गए।

राज्य 30 सीटों पर 73 लाख से अधिक मतदाता 191 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।

अधिकारियों ने बताया कि मतदान शाम छह बजे तक चलेगा और कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान कराया जा रहा है। निर्वाचन आयोग ने 7,061 परिसरों में बनाए 10,288 मतदान केंद्रों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों की करीब 730 टुकड़ियों को तैनात किया है।

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Web Title: Bengal elections: sporadic incidents of violence, 36.09 percent voting till 11 am

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