सपा प्रत्याशी ने मतगणना से पहले 'लाठी' की फोटो शेयर करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, 'जरूरत पड़ सकती है, तेल पिला कर रख लीजिए'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: March 8, 2022 20:14 IST2022-03-08T20:11:36+5:302022-03-08T20:14:53+5:30
सैयदराजा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व में विधायक रहे और सपा प्रत्याशी मनोज सिंह डब्लू चुनाव प्रचार के दौरान भी विवादों में फंसे रहे। यहां तक की मतदान के दिन भी मनोज सिंह पर कथित तौर पर आरोप लगा कि उन्होंने भाजपा समर्थित एक व्यक्ति के घर में घुसकर तोड़फोड़ की।

सपा प्रत्याशी ने मतगणना से पहले 'लाठी' की फोटो शेयर करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, 'जरूरत पड़ सकती है, तेल पिला कर रख लीजिए'
सैयदराजा: यूपी इलेक्शन में मतदान खत्म होने के बाद चुनाव में खड़े प्रत्याशी अब अपनी असली रंगत में आ रहे हैं। आगामी 10 मार्च को चुनाव परिणाम घोषित होने से पहले ही प्रत्याशी लाठी-डंडों और भुजबल का प्रदर्शन करने लगे हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश के बिहार से सटते हुए जिले चंदौली के सैयदराजा विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी मनोज सिंह डब्लू ने सोशल मीडिया पर लोगों से डंडों में तेल पिलाने की गुजारिश की है।
सोशल प्लेटफार्म फेसबुक पर सक्रिय रहने वाले सपा प्रत्याशी मनोज सिंह ने लाठियों की तस्वीरे साफा करते हुए लिखा, "मतगणना के दिन जरूरत पड़ सकती है, तेल पिला कर रख लीजिए।"
जानकारी के मुताबिक सैयदराजा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व में विधायक रहे और सपा प्रत्याशी मनोज सिंह डब्लू चुनाव प्रचार के दौरान भी विवादों में फंसे रहे। यहां तक की मतदान के दिन भी मनोज सिंह पर कथित तौर पर आरोप लगा कि उन्होंने भाजपा समर्थित एक व्यक्ति के घर में घुसकर तोड़फोड़ की।
वहीं मतदान से ठीक एक दिन पहले मनोज पर आरोप लगा कि उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की। उस मामले में तो घटना के बाद भाजपा कार्यकर्ता की ओर से थाने में सपा प्रत्याशी मनोज सिंह डब्लू पर धारा 307 सहित मारपीट की कई अन्य धाराओं में केस भी दर्ज कराया गया।
सोमवार को वोटिंग के सातवें चरण में चंदौली के सैयदराजा विधानसभा क्षेत्र में भी वोटिंग संपन्न हुई। इसके बाद मंगलवार को सपा प्रत्याशी मनोज सिंह ने लाठी-डंडे की तस्वीर के साथ फेसबुक पर मतगणना के लिए तैयार रहने का पोस्ट करके एक नये विवाद को जन्म दे दिया।
मालूम हो कि चंदौली की सैयदराजा सीट लोकतांत्रिक राजनीति में अपना एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इस सीट से साल 1952 में पहली बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंडित कमलापति त्रिपाठी विधायक चुने गए थे।
कमलापति त्रिपाठी यूपी के मुख्यमंत्री और केंद्र में रेल मंत्री रहे। साल 2002 के विधानसभा चुनाव में बसपा के शारदा प्रसाद ने सपा के राम उजागर गोंड को हराकर जीत हासिल की थी।
वही 2007 के चुनाव में बसपा के शारदा प्रसाद ने फिर से दर्ज की थी और साल 2012 के चुनाव में इस सीट का नाम बदल कर सैयदराजा कर दिया गया। उससे पहले इस सीट का नाम चंदौली सदर हुआ करता था।
साल 2012 के चुनाव में सैयदराजा सीट से मौजूदा सपा प्रत्याशी मनोज सिंह ने बतौर निर्दल प्रत्याशी पर्चा भरा। मनोज सिंह उस समय आपराधिक मामले में जेल में बंद थे। जेल से चुनाव लड़ते हुए मनोज सिंह ने वर्तमान एमएलसी और माफिया डॉन बृजेश सिंह को हराया था।
2017 के चुनाव में बृजेश सिंह के भतीजे सुशील सिंह ने चाचा की हार का बदला लेते हुए मनोज सिंह को हरा दिया। साल 2022 के चुनाव में सुशील सिंह फिर भाजपा के टिकट पर सपा प्रत्याशी मनोज सिंह के सामने हैं। आगामी 10 मार्च को यह तय हो जाएगा कि सैयदराजा की जनता किसे अपने विधायक के तौर पर चुनती है।
