बाड़मेर हादसाः कथावाचक के चेतावनी देते ही भरभराकर गिर पड़ा पंडाल, खुद भी दबे लेकिन नहीं छुआ लोहा!
By आदित्य द्विवेदी | Published: June 24, 2019 07:46 PM2019-06-24T19:46:17+5:302019-06-24T19:46:17+5:30
राजस्थान के बाडमेर में रविवार को रामकथा के कार्यक्रम के दौरान आए आंधी-बारिश के कारण गिरे पंडाल में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। कथावाचक मुरलीधर महाराज इस हादसे के गवाह रहे। उन्होंने आज पत्रकारों को पूरी घटना बताई है।
राजस्थान के बाडमेर में रविवार को रामकथा के कार्यक्रम के दौरान आए आंधी-बारिश के कारण गिरे पंडाल में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। कथावाचक मुरलीधर महाराज इस हादसे के गवाह रहे। उन्होंने आज पत्रकारों को पूरी घटना बताई है।
मुरलीधर महाराज ने बताया कि बाड़मेर के जसोल में वो कथावाचन कर रहे थे। अचानक से हवा आई तो उन्हें महसूस हुआ कि यह हवा बहुत तेज है। इसके चलते उन्होंने लोगों को चेतावनी दी कि हवा तेज हो चुकी है और कथा रोकनी पड़ेगी। आप सब पंडाल खाली कर दीजिए।
मुरलीधर महाराज ने मुताबिक इतना बोलकर वो व्यासपीठ से नीचे ही उतरे थे कि पंडाल भरभराकर गिर पड़ा। चीख-पुकार मच गई। वो खुद भी दब गए लेकिन उन्होंने कोई लोहे की राड नहीं छुई क्योंकि उसमें करंट आ गया था।
कथावाचक ने बताया कि जबतक घायलों को वहां से निकाला नहीं गया वो घटनास्थल पर ही मौजूद रहे। लेकिन परिचितों को क्षत-विक्षत अवस्था में देखकर उनकी भी तबियत खराब हो गई और अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा।
पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे मुख्यमंत्री
प्रदेश के मुख्यमंत्री आज बालोतरा के जसोल धाम में रामकथा के दौरान में मारे गए लोगों के परिजनों से मिले और उन्हें सांत्वना दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना के दोषी लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो इसके लिए एडवाइजरी जारी की जाएगी।
जानकारी के अनुसार आज मुख्यमंत्री गहलोत जयपुर से विमान से जसोल पहुंचे और मृतक के परिजनो को सांत्वना दी तथा घायलों की कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने मृतकों को श्रद्धांजली दी तथा कहा कि घायलों के उपचार में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी। राजस्थान सरकार आपके साथ है। इस अवसर पर केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री एवं स्थानीय सांसद भी जसोल धाम पहुंचे।