बहराइच सांप्रदायिक हिंसा: दुकानों और गाड़ियों में हुई आगजनी, इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड, पुलिस का दावा नियंत्रण में स्थिति

By राजेंद्र कुमार | Updated: October 14, 2024 18:08 IST2024-10-14T18:02:07+5:302024-10-14T18:08:17+5:30

सोमवार की सुबह पोस्टमार्टम के बाद मृतक राम गोपाल मिश्रा के परिवार ने उनके शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया और शव को सड़क पर रखकर इलाके के लोगों ने विरोध जताया। इस दौरान लोगों ने कई दुकानों, शोरूम, घर और अस्पताल में तोडफोड तथा आगजनी करते हुए गाड़ियों को आग लगा दी।

Bahraich communal violence: Shops and vehicles set on fire, internet services suspended, police claim situation under control | बहराइच सांप्रदायिक हिंसा: दुकानों और गाड़ियों में हुई आगजनी, इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड, पुलिस का दावा नियंत्रण में स्थिति

बहराइच सांप्रदायिक हिंसा: दुकानों और गाड़ियों में हुई आगजनी, इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड, पुलिस का दावा नियंत्रण में स्थिति

Highlightsबहराइच में सस्पेंड की गई इंटरनेट सेवाएं, हिरासत में लिए गए जिले के 25 लोगसचिव गृह संजीव और एसटीएफ़ चीफ अमिताभ बहराइच के उपद्रव ग्रस्त क्षेत्र में पहुंचेबहराइच की एसपी वृंदा शुक्ला का दावा, बहराइच में अब स्थिति पुलिस के नियंत्रण में

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के दौरान रविवार को हुई हिंसा के बाद अभी भी तनाव का माहौल है, जिसके चलते अगले आदेश तक इंटरनेट सेवा स्थगित कर दी गई है, ताकि लोग अफवाह ना फैलाएं। रविवार को हुई हिंसा में 22 वर्ष के राम गोपाल मिश्रा की गोली लगने से मौत हो गई थी। सोमवार की सुबह पोस्टमार्टम के बाद मृतक राम गोपाल मिश्रा के परिवार ने उनके शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया और शव को सड़क पर रखकर इलाके के लोगों ने विरोध जताया। इस दौरान लोगों ने कई दुकानों, शोरूम, घर और अस्पताल में तोडफोड तथा आगजनी करते हुए गाड़ियों को आग लगा दी। भारी संख्या में पहुंचे पुलिस बल के उपद्रव कर रहे लोगों पर काबू पा लिया लेकिन स्थिति अब भी तनावपूर्ण है। मृतक के गांव में किसी को जाने नहीं दिया जा रहा है। गांव के बाहर इकट्ठा प्रदर्शनकारियों को पुलिस हटा रही है। हल्का बल का प्रयोग किया गया है।

मौके पर पहुंचे पुलिस के उच्चाधिकारी 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा है कि बहराइच में माहौल को बिगड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर सोमवार को जिले में पहुंचे गृह सचिव संजीव गुप्ता और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने उपद्रव वाले क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। इस दौरान अमिताभ यश ने हाथ में पिस्टल लेकर उपद्रवियों को खदेड़ा और लोगों से शांत रहने की अपील भी की।

अमिताभ यश के अनुसार, बहराइच में अब स्थिति अब नियंत्रण में हैं। जिले के कई हिस्सों में हुई हिंसा हुई को लेकर मुख्य आरोपी सलमान समेत दस लोगों पर रिपोर्ट लिखी गई है। 25 लोगों के हिरासत में भी लिया गया है। जिले के खराब हुए माहौल को सामान्य करने के लिए छह कंपनी पीएसी जिले में पहुंच कर संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त कर रही है। इस बीच प्रशासन हिंसा प्रभावित इलाके के लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट कर रहा है। पुलिस फोर्स राहत-बचाव कार्य में लगी हुई है। स्थिति को सामान्य बनाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। 

बहराइच में ऐसे भड़की हिंसा 

बहराइच की एसपी वृंदा शुक्ला के अनुसार, जिले की महसी तहसील के अंतर्गत महाराजगंज इलाके में रविवार को मुस्लिम बहुल इलाके से जुलूस गुजर रहा था। इसी दौरान हिंसा भड़की और बवाल हो गया। इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था इसके बाद भी हिंसा हुई। इस पूरे घटनाक्रम में सलमान नाम के एक व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

बताया जा रहा है कि सलमान की दुकान से ही गोली चली थी, जिसमें राम गोपाल की मौत हो गई। मृतक राम गोपाल मिश्रा बहराइच में घसियारीपुरा के मंसूर गांव का रहने वाला था। वह मां दुर्गा की मूर्ति को विसर्जन के लिए मंसूर गांव के महाराजगंज बाजार से ले जाया जा रहा था। इसी दौरान गोली लगने से उसकी मौत हो गई।

अब स्थिति पुलिस के नियंत्रण में 

वृंदा शुक्ला का कहना है कि हर साल इसी रास्ते से जुलूस निकलता था। गत रविवार के पहले इस इलाके में जुलूस या विसर्जन के दौरान कभी हिंसा नहीं हुई थी। इस बार हिंसा की शुरुआत डीजे पर आपत्तिजनक नारे लगाने की वजह से हुई। आरोप ये भी है कि मृतक रामगोपाल ने एक जगह हरा झंडा उखाड़कर भगवा झंडा फहराया था, जिसके बाद आपत्तिजनक नारेबाजी और तेज हो गई। जिस इलाके में नारेबाजी की जा रही थी, वह मुस्लिम बाहुल्य इलाका था।

आपत्तिजनक नारेबाजी सुनने के बाद दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और देखते ही देखते पत्थरबाजी शुरू हो गई। पत्थरबाजी के दौरान ही दूसरे पक्ष की ओर से फायरिंग की गई, जिसमें रामगोपाल को गोली लगी और वह मर गया। इस घटना में कई लोग घायल हैं। 30 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है। महराजगंज के कबडिया टोला में समुदाय विशेष के दस घरों में आग लगाई गई। अब स्थिति नियंत्रण में है। 

Web Title: Bahraich communal violence: Shops and vehicles set on fire, internet services suspended, police claim situation under control

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