नई दिल्ली: योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali) ने कोरोना वायरस ( COVID-19 के इलाज में शत-प्रतिशत कारगर होने का दावा करते हुए मंगलवार (23 जून) को बाजार में एक टैबलेट उतारी। इस दवा का नाम 'दिव्य कोरोनिल टैबलेट' (Divya Coronil Tablet) है। आयुष मंत्रालय ने पतंजलि को जांच होने तक इस दवाई का प्रचार करने के लिए मना किया है। पूरे मामले पर पतंजलि के सीईओ (CEO) आचार्य बालकृष्ण ने सफाई देते हुए कहा है कि वो एक कम्युनिकेशन गैप था, जो दूर हो गया है। अब इस मद्दे पर आयुष मंत्री श्रीपद नाइक का बयान आया है। श्रीपद नाइक ने आज (24 जून) को कहा है, ''यह अच्छी बात है कि बाबा रामदेव ने देश को एक नई दवा दी है, लेकिन नियम के अनुसार, पहले जांच के लिए उसे आयुष मंत्रालय में आना होगा। उन्होंने यहां तक कहा कि उन्होंने ( पतंजलि) एक रिपोर्ट भेजी है। हम इसे देखेंगे और रिपोर्ट देखने के बाद अनुमति दी जाएगी।''
पतंजलि के सीईओ (CEO) आचार्य बालकृष्ण ने 23 जून की देर रात ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने आयुष मंत्रालय द्वारा आपत्ति जताने के बाद कहा, ''यह सरकार आयुर्वेद को प्रोत्साहन व गौरव देने वाली है। जो कम्युनिकेशन गैप था, वह दूर हो गया है। रैंडमाइज्ड प्लेसबो कंट्रोल्ड क्लीनिकल ट्रायल्स के जितने भी स्टैंडर्ड पैरामीटर्स हैं, उन सभी को शत-प्रतिशत पूरा किया गया है। इसकी सारी जानकारी हमने आयुष मंत्रालय को दे दी है।''
आयुष मंत्रालय ने कहा- जांच-पड़ताल होने तक दवाई का पतंजलि प्रचार ना करें
योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा कोरोना किट लॉन्च करने के कुछ घंटे बाद 23 जून को आयुष मंत्रालय ने कहा था कि पतंजलि को इस औषधि में मौजूद विभिन्न जड़ी-बूटियों की मात्रा एवं अन्य ब्योरा यथाशीघ्र उपलब्ध कराने होंगे। आयुष मंत्रालय ने साथ में यह भी कहा कि विषय की जांच-पड़ताल होने तक कंपनी को इस उत्पाद का प्रचार भी बंद करना होगा।
आयुष मंत्रालय ने कहा था कि इस दवा के तथ्य और बताया जा रहे वैज्ञानिक अध्ययन के ब्योरे के बारे में उसे जानकारी नहीं है। पतंजलि को नमूने के आकार, स्थान एवं उन अस्पतालों का ब्योरा देने को कहा गया था, जहां अनुसंधान अध्ययन किया गया। साथ ही, संस्थागत नैतिकता समिति की मंजूरी भी दिखाने को कहा गया है।
योग गुरु बाबा रामदेव का दावा - 'दिव्य कोरोनिल टैबलेट' से सात दिन में होगा कोरोना का इलाज
- 'दिव्य कोरोनिल टैबलेट' (Divya Coronil Tablet) और कोरोना किट को लेकर पतंजलि ने दावा है कि ये कोरोना वायरस की सबसे पहली आयुर्वेदिक दवा है। दावा किया गया कि इससे सात दिन में ही कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज किया जा सकता है।
- योग गुरु बाबा रामदेव ने दावा किया है कि कोरोनिल में गिलोय, अश्वगंधा, तुलसी, श्वसारि रस और अणु तेल का मिश्रण है। उनके मुताबिक, यह दवा दिन में दो बार- सुबह और शाम को ली जा सकती है।
-योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा था कोरोनिल टैबलेट मंगलवार से मार्केट में मिलने लगेगी। अगले सोमवार को OrderMe नाम से एक ऐप लॉन्च किया जाएगा। जिससे आप ऑनलाइन दवा मंगा सकते हैं।
-योग गुरु बाबा रामदेव ने दावा किया है इस दवाई पर हमने दो ट्रायल किए हैं, 100 लोगों पर क्लीनिकल स्टडी की गई उसमें 95 लोगों ने हिस्सा लिया। 3 दिन में 69 प्रतिशत मरीज ठीक हो गए, 7 दिन में 100 फीसदी मरीज ठीक हो गए। योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा है कि इस इस दवा का ट्रायल 280 लोगों पर किया गया है।