5 अगस्त को राम मंदिर का शिलान्यास करेंगे PM मोदी, सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को किया जाएगा आमंत्रित
By स्वाति सिंह | Updated: July 22, 2020 15:27 IST2020-07-22T15:20:32+5:302020-07-22T15:27:42+5:30
वर्तमान में भाजपा नेता बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में अदालती सुनवाई का सामना कर रहे हैं। चौपाल ने बताया कि न्यास इस बात को ध्यान में रख रहा है कि पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और अन्य नेताओं ने राम मंदिर आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाया।

बुधवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि ने बताया कि इस दौरान वहां 200 से ज्यादा लोग मौजूद नहीं होंगे
अयोध्या: अयोध्याराम मंदिर विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के 9 माह बाद अब मूर्तरूप से लेने वाला है। दरअसल, 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे। बुधवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि ने बताया कि इस दौरान वहां 200 से ज्यादा लोग मौजूद नहीं होंगे और सामाजिक दूरी का ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा, 'शिलान्यास करने से पहले पीएम मोदी मंदिर में भगवान राम और हनुमान गढ़ी मंदिर में भगवान हनुमान की प्रार्थना करेंगे। सभी मुख्यमंत्रियों को कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाएगा।
बता दें कि पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और राम जन्मभूमि आंदोलन के अग्रिम नेताओं को अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए होने वाले ‘‘भूमि पूजन’’ में आमंत्रित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पांच अगस्त को अयोध्या आ सकते हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा कि वह पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और विनय कटियार को निमंत्रित करेंगे।
Before laying the foundation stone, PM Modi will offer prayers to Lord Ram at the temple & Lord Hanuman at Hanuman Garhi Temple. All chief ministers will be invited to the programme: Swami Govind Dev Giri, Treasurer of Shri Ram Janmabhoomi Tirtha Kshetra, in Pune https://t.co/GOH9Qr0M8y
— ANI (@ANI) July 22, 2020
वर्तमान में भाजपा नेता बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में अदालती सुनवाई का सामना कर रहे हैं। चौपाल ने बताया कि न्यास इस बात को ध्यान में रख रहा है कि पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और अन्य नेताओं ने राम मंदिर आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि आमंत्रित लोगों की सूची को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आरोपी संतोष दुबे ने कहा कि भाजपा नेताओं की वर्तमान पीढ़ी राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय नहीं थी, जिन्होंने ‘‘हिंदू जनता को’’ पार्टी के लिए वोट देने की खातिर तैयार किया। दुबे ने कहा, ‘‘लेकिन वरिष्ठ नेता जिन्होंने राम मंदिर आंदोलन को शुरू किया और समुदाय को तैयार किया वे आज राजनीतिक निर्वासन में हैं।’’
राम मंदिर न्यास के प्रवक्ता नृत्य गोपाल दास ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान गर्भ गृह में चांदी की पांच ईंटें लगाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि हिंदू मान्यता के मुताबिक ईंट पंच ग्रहों की प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर का डिजाइन और वास्तु प्रस्ताव के मुताबिक ही है। न्यास के सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आमंत्रित लोगों की सूची में शामिल हैं।