अयोध्या विवाद: VHP का बड़ा फैसला, लोकसभा चुनाव संपन्न होने तक नहीं उठाएंगे राम मंदिर का मुद्दा

By स्वाति सिंह | Published: February 6, 2019 11:08 AM2019-02-06T11:08:30+5:302019-02-06T11:09:04+5:30

राम जन्मभूमि आंदोलन का नेतृत्व करता रहा विहिप पिछले कई महीनों से देश भर में अभियान चलाकर मांग कर रहा है कि अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर निर्माण के लिए संसद से एक कानून पारित हो।

Ayodhya Ram Temple-Babri Masjid: VHP prings surprise says, no agitation for 4 months till lok sabha elections 2019 | अयोध्या विवाद: VHP का बड़ा फैसला, लोकसभा चुनाव संपन्न होने तक नहीं उठाएंगे राम मंदिर का मुद्दा

अयोध्या विवाद: VHP का बड़ा फैसला, लोकसभा चुनाव संपन्न होने तक नहीं उठाएंगे राम मंदिर का मुद्दा

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में एक अहम फैसला लिया है।वीएचपी ने राम मंदिर निर्माण अभियान को चार महीने तक के लिए रोक दिया है। लोकसभा चुनाव 2019 के संपन्न होने तक वीएचपी राम मंदिर मुद्दे पर किसी तरह का कोई अभियान नहीं चलाने का निर्णय किया है, क्योंकि वह नहीं चाहता कि यह कोई चुनावी मुद्दा बने। 

इलाहाबाद में विहिप द्वारा आयोजित धर्मसभा के कुछ दिनों बाद संगठन ने यह घोषणा की है। धर्मसभा में यह प्रस्ताव स्वीकार किया गया था कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण तक हिंदू चैन से नहीं बैठेंगे और न ही दूसरों को चैन से बैठने देंगे। 

राम जन्मभूमि आंदोलन का नेतृत्व करता रहा विहिप पिछले कई महीनों से देश भर में अभियान चलाकर मांग कर रहा है कि अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर निर्माण के लिए संसद से एक कानून पारित हो।

इस अभियान के तहत विहिप ने देश भर में रैलियां की हैं और हर पार्टी के सांसदों से मुलाकात की है। 

विहिप के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने बताया ‘विहिप ने आम चुनाव संपन्न होने तक अयोध्या में भगवान राम की जन्मस्थली पर राम मंदिर के निर्माण के लिए अपना अभियान रोकने का फैसला किया है क्योंकि संगठन नहीं चाहता कि यह कोई चुनावी मुद्दा बने।’’ 

जैन ने कहा कि संगठन अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के मुद्दे को लेकर प्रतिबद्ध है और नई सरकार बनने पर आगे की रणनीति तय करेगा। लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में संभावित हैं। 

Web Title: Ayodhya Ram Temple-Babri Masjid: VHP prings surprise says, no agitation for 4 months till lok sabha elections 2019