Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या स्थित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां पूरे जोरो-शोरो पर जारी है। 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कई हस्तियां इकट्ठा होंगी।
इस बीच, राम मंदिर पहुंचने के लिए डायरेक्ट विमान, ट्रेन और बसों की सुविधा दी गई है हालांकि, विमानों की उड़ान अभी शुरू नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि नवनिर्मित अयोध्या में नया महर्षि वाल्मिकी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा एक सप्ताह के भीतर नियमित उड़ानें शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय के साथ अपनी बैठक पर, अयोध्या में महर्षि वाल्मिकी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के हवाई अड्डे के निदेशक, विनोद कुमार ने कहा, ""बैठक प्राणप्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों को लेकर थी... बहुत सारे चार्टर्ड विमान और विमान निर्धारित हैं उस दिन पहुंचना। यह एक समीक्षा बैठक थी...उस अवधि के दौरान लगभग 100 उड़ानों की उम्मीद है, यह चुनौतीपूर्ण है..."
यात्रियों की मांग के जवाब में अतिरिक्त उड़ानें शुरू की जा रही हैं। चूंकि रामलला के दर्शन के लिए पूरे देश के अलग-अलग राज्यों से लोग आना चाहते हैं ऐसे में सरकार जल्द से जल्द विमानों की अधिक सर्विस शुरू करने की तैयारी में है।
दिल्ली से सीधी फ्लाइट
गौरतलब है कि दिल्ली से अयोध्या जाने के लिए वर्तमान समय में इंडिगो की दिल्ली के लिए एक वाणिज्यिक उड़ान और दो गैर-अनुसूचित उड़ानें हैं। इस विमान के जरिए दिल्ली से अयोध्या पहुंचने में केवल एक घंटा 20 मिनट का समय लगेगा। वहीं, 10 जनवरी से अन्य विमानों के उड़ान भरने की उम्मीद जताई जा रही है।
बता दें कि हाल ही में अयोध्या रेलवे स्टेशन के शुभारंभ के बाद 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हवाई अड्डे का उद्घाटन किया था। पिछले साल अप्रैल में उत्तर प्रदेश सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन के बाद भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा हवाई अड्डे का विकास किया गया।
1450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली इस परियोजना में 6,500 वर्ग मीटर में फैली एक टर्मिनल इमारत शामिल है और इसे सालाना लगभग 10 लाख यात्रियों को समायोजित करने के लिए डिजाइन किया गया है।
टर्मिनल का बाहरी हिस्सा अयोध्या में राम मंदिर की स्थापत्य शैली को दर्शाता है, और अंदरूनी हिस्से में भगवान राम के जीवन को दर्शाने वाली स्थानीय कला और भित्ति चित्र हैं।