फिर से शासक बनना होगा, दलित छात्र की मौत पर मायावती के भतीजे का ट्वीट- हमें यकीन है, कानून उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता
By अनिल शर्मा | Published: September 28, 2022 08:49 AM2022-09-28T08:49:25+5:302022-09-28T09:05:31+5:30
शिक्षक की कथित पिटाई से दसवीं एक दलित छात्र की उपचार के दौरान मौत हो गयी। इसके बाद गुस्साए लोगों ने प्रदर्शन और पथराव किया और पुलिस के एक वाहन में आग लगा दी।
औरेयाः औरैया जिले के अछल्दा थाना क्षेत्र में शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र की मौत मामले ने अब सियासी रंग ले लिया है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रदेश के योगी आदित्यनाथ सरकार पर लगातार हमले कर रही है। वहीं बसपा प्रमुख मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने भी भाजपा को घेरा है।
आकाश आनंद ने कहा कि बच्चों को अपनी जान से हाथ सिर्फ इसलिए धोना पड़ा क्योंकि वो बहुजन समाज से आते हैं। उन्होंने ट्वीट में लिखा, कभी मटके से पानी पीने पीने पर तो कभी परीक्षा में गलत जवाब देने पर…तो कभी अच्छे कपड़े पहनने के लिए तो कभी दाढ़ी मूँछ रखने के लिए… असल में ये सब सिर्फ बहाने है। आकाश ने कहा, इन बच्चों को अपनी जान से हाथ सिर्फ इसलिए धोना पड़ा क्योंकि वो बहुजन समाज से आते हैं।
औरैया की ये घटना इस बात का सबूत है की कुछ लोगों को हमारे नाम तक से नफ़रत है और वो हम पर जुल्म का सिर्फ़ एक बहाना खोजते हैं। वो ऐसा इसलिए कर पाते हैं क्योंकि उनको यक़ीन है कि क़ानून उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। भाजपा शासित यूपी हो या कांग्रेस का राजस्थान, हर जगह एक ही कहानी है। 2/3
— Akash Anand (@AnandAkash_BSP) September 26, 2022
भाजपा शासित यूपी हो या कांग्रेस का राजस्थान, हर जगह एक ही कहानी
बसपा नेता ने इस बाबत एक के बाद एक कई ट्वीट किए। आकाश ने आगे लिखा कि औरैया की ये घटना इस बात का सबूत है की कुछ लोगों को हमारे नाम तक से नफरत है और वो हम पर जुल्म का सिर्फ एक बहाना खोजते हैं। वो ऐसा इसलिए कर पाते हैं क्योंकि उनको यकीन है कि कानून उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। बसपा नेता ने कहा कि भाजपा शासित यूपी हो या कांग्रेस का राजस्थान, हर जगह एक ही कहानी है।
मायावती ने अत्याचारों की पुरानी फाइलें खुलवा कर दोषियों को दंड दिया था
मायावती के भतीजे ने कहा कि इन अत्याचारों को रोकने के लिए आपको फिर से शासक बनना होगा। आपको सत्ता की चाबी अपने हाथ में लेनी होगी। आकाश आनंद ने लिखा- आपको याद दिला दूँ की सत्ता में आने के बाद आदरणीय मायावतीजी ने हमारे समाज पर हुए अत्याचारों की पुरानी से पुरानी फाइलें खुलवा कर दोषियों को दंड दिया था।
गौरतलब है कि शिक्षक की कथित पिटाई से दसवीं एक दलित छात्र की उपचार के दौरान मौत हो गयी। इसके बाद गुस्साए लोगों ने प्रदर्शन और पथराव किया और पुलिस के एक वाहन में आग लगा दी। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में ‘भीम आर्मी’ के कार्यकर्ताओं के शामिल होने के बाद गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, पुलिस के एक वाहन में आग लगा दी और जिलाधिकारी के वाहन पर भी पथराव किया। इसे लेकर मंगलवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने अलग-अलग ट्वीट में गंभीर आरोप लगाते हुए सरकार को कठघरे में खड़ा किया।