मेरे पास हथियारों की कोई कमी नहीं, अतीक अहमद ने कबूला- पाक के ISI और लश्कर-ए-तैयबा से मेरे सीधे संबंध हैं
By भाषा | Published: April 14, 2023 08:32 AM2023-04-14T08:32:27+5:302023-04-14T08:44:54+5:30
अतीक के भाई अशरफ ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि उमेश पाल की हत्या में प्रयुक्त सारे हथियार घटना के बाद वापस जगह पर पहुंचा दिए गए, केवल 45 बोर की पिस्टल वापस नहीं पहुंच सकी क्योंकि घटना के बाद लड़के शहर छोड़ने की जल्दबाजी में थे और उस पिस्टल को करेली थाना क्षेत्र के मलिन बस्ती में कल्लू नामक व्यक्ति के घर पर रख दिया गया।
प्रयागराजः माफिया अतीक अहमद ने उमेश पाल हत्याकांड मामले में दाखिल चार्जशीट में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संबंध होने की बात कबूली है। अतीक ने बुधवार को विवेचक को दिए बयान में कहा, मेरे पास हथियारों की कोई कमी नहीं है क्योंकि मेरे सीधे संबंध पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से हैं।
पाकिस्तान से कैसे हथियार मंगाता था अतीक?
पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए पंजाब की सीमा में हथियार गिराए जाते हैं जिनको लोकल कनेक्शन इकट्ठा कर लेता है और उन्हीं खेपों से जम्मू कश्मीर के दहशतगर्दों को भी हथियार मिलते हैं। विवेचक द्वारा अतीक और अशरफ की पुलिस रिमांड के लिए अदालत में पेश रिमांड प्रपत्र में अतीक के बयान का हवाला देते हुए बताया गया कि अतीक को यदि ले जाएं तो वह घटना में प्रयुक्त असलहों और कारतूसों को बरामद करा सकता है।
अतीक गिरोह ने कहां कहां रखे हैं- असलहे और कारतूस?
अतीक के भाई अशरफ द्वारा गुरुवार को पुलिस को दिए गए बयान के मुताबिक, असलहे और कारतूस जिस जगह पर रखे हैं, उस जगह को यहां से बताना मुमकिन नहीं है। कुछ जगहों को मैं जानता हूं और कुछ जगहों को भाईजान अतीक जानते हैं।
हथियार वाले ठिकानों की जानकारी मुझे और भाईजान दोनों का मालूमः अशरफ
अशरफ ने अपने बयान में कहा, ‘‘जिन ठिकानों पर हथियार रखे जाते हैं और वहां जो आदमी रहता है, वह सब स्थान हमें और भाईजान को मालूम है। लेकिन वह जगह खेतों में बने फार्म हाउस जैसे हैं वहां चलकर ही पता बताया जाना मुमकिन है। जेल में रहकर वहां का पता बताना मुमकिन नहीं है।’’
उमेश पाल की हत्या में प्रयुक्त सारे हथियार घटना के बाद वापस जगह पर पहुंचा दिए गए
उसने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि उमेश पाल की हत्या में प्रयुक्त सारे हथियार घटना के बाद वापस जगह पर पहुंचा दिए गए, केवल 45 बोर की पिस्टल वापस नहीं पहुंच सकी क्योंकि घटना के बाद लड़के शहर छोड़ने की जल्दबाजी में थे और उस पिस्टल को करेली थाना क्षेत्र के मलिन बस्ती में कल्लू नामक व्यक्ति के घर पर रख दिया गया।
उल्लेखनीय है कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दिनेश गौतम की अदालत ने उमेश पाल हत्या मामले में गुरुवार को अतीक और अशरफ को 13 अप्रैल से 17 अप्रैल तक के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया।